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खर्राटों से छुटकारा पाने के प्रभावी उपाय

खर्राटों की समस्या से परेशान हैं? जानें इसके मुख्य कारण और प्रभावी उपाय। मोटापे, धूम्रपान और ठंडी चीजों के सेवन से बचें। नियमित व्यायाम और प्राणायाम से खर्राटों से राहत पाएं। इस लेख में जानें और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाएं।
 

खर्राटों का कारण और समाधान

खर्राटों की समस्या: मोटापे के कारण अक्सर खर्राटे आने लगते हैं। जब शरीर में चर्बी बढ़ती है, खासकर पेट के आसपास, तो खर्राटे आना सामान्य हो जाता है।



  • खर्राटों का एक अन्य कारण गले में कफ का जमना है। जब गले में कफ जमा होता है, तो व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई होती है, जिससे खर्राटे की समस्या उत्पन्न होती है। गले में युव्युला टिश्यू का आकार बढ़ने से सांस में रुकावट आती है, जिससे खर्राटे की आवाज आती है।


  • खर्राटों से बचने के लिए कुछ उपाय अपनाने चाहिए।


ठंडी चीजों से बचें: यदि आपको खर्राटे आ रहे हैं, तो ठंडी चीजों का सेवन न करें, जैसे आइसक्रीम या फ्रिज में रखी अन्य वस्तुएं। ठंडी चीजें गले की नसों को संकुचित कर सकती हैं, जो खर्राटों का कारण बनती हैं।


शराब का सेवन कम करें: शराब पीने से भी खर्राटे की समस्या बढ़ सकती है, इसलिए इसका सेवन सीमित करें।


  • अधिक दवाइयों का सेवन न करें, क्योंकि इससे भी खर्राटे की समस्या हो सकती है। कई लोग नींद की गोलियां लेते हैं, जो बाद में खर्राटों का कारण बन सकती हैं।


धूम्रपान: यह खर्राटों का एक प्रमुख कारण है। सिगरेट का धुआं गले में जाकर फेफड़ों तक पहुंचता है, जिससे खर्राटे की संभावना बढ़ जाती है। धूम्रपान से गले में कार्बन के कण जमा हो जाते हैं, जो सांस लेने में कठिनाई पैदा करते हैं।


  • धूम्रपान से फेफड़ों पर बुरा असर पड़ता है। फेफड़ों में जाली नुमा कोशिकाएं होती हैं, जहां धुआं कार्बन छोड़ता है। जब ये कण इकट्ठा हो जाते हैं, तो सांस लेने में समस्या होती है, जिससे गले में संक्रमण और खर्राटे की समस्या उत्पन्न होती है।


  • इससे बचने के लिए धूम्रपान छोड़ें और यदि आपका वजन बढ़ रहा है, तो नियमित व्यायाम करें। सुबह की सैर करें और अनुलोम विलोम प्राणायाम का अभ्यास करें। ये योगासन गले की समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। नियमित रूप से अनुलोम विलोम, भस्त्रिका और कपालभाति करने से खर्राटों की समस्या से राहत मिल सकती है।