गाजा में बच्चों की मौतें: मानवीय संकट की गंभीरता बढ़ी
गाजा में बच्चों की मौतें
गाजा में हाल के तीन दिनों में 21 बच्चों की भुखमरी और कुपोषण के कारण मृत्यु हो गई है, जो इस युद्धग्रस्त क्षेत्र में बढ़ते मानवीय संकट को दर्शाता है। अल-शिफा अस्पताल के निदेशक, डॉ. मोहम्मद अबू सलमिया ने मंगलवार (22 जुलाई) को जानकारी दी कि ये मौतें गाजा के विभिन्न अस्पतालों में दर्ज की गईं, जिनमें गाजा सिटी का अल-शिफा अस्पताल, देयर अल-बलाह का अल-अक्सा शहीद अस्पताल और खान यूनिस का नासर अस्पताल शामिल हैं। यह सब पिछले 72 घंटों में हुआ।
संकट की गहराई
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने चेतावनी दी है कि इजरायल की सैन्य कार्रवाइयों और सहायता पर लगाए गए प्रतिबंधों ने गाजा में नागरिकों, विशेषकर बच्चों, की स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है।
युद्ध और प्रतिबंधों का प्रभाव
संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर तुर्क ने कहा कि मध्य गाजा में इजरायल की कार्रवाइयों से अंतरराष्ट्रीय कानून के गंभीर उल्लंघनों का खतरा 'अत्यधिक उच्च' है। उन्होंने कहा कि इन इजरायली हवाई हमलों और जमीनी कार्रवाइयों से नागरिकों की मौतें और बुनियादी ढांचे को नुकसान होगा।
राहत सामग्री पर हमले
भुखमरी की स्थिति के बीच, सहायता वितरण के प्रयास भी घातक साबित हो रहे हैं। रविवार को उत्तरी गाजा में एक खाद्य काफिले पर हमले में गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कम से कम 80 लोग मारे गए। यह युद्ध के दौरान सहायता मांगने वालों के लिए सबसे खूनी दिनों में से एक था।
इजरायल का जवाब
इजरायली सेना ने डब्ल्यूएफपी के आरोपों पर सीधे टिप्पणी नहीं की, लेकिन सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल नदव शोशानी ने कहा कि सैनिकों को 'हमला न करने' का आदेश दिया गया था।
युद्धविराम वार्ता में गतिरोध
इजरायल और हमास के बीच चल रही युद्धविराम वार्ता के बावजूद स्थिति बिगड़ रही है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मरने वालों की संख्या 59,000 को पार कर गई है, जिसमें आधे से अधिक महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
क्षेत्रीय प्रभाव
गाजा में युद्ध ने क्षेत्र के अन्य हिस्सों में भी संघर्ष को जन्म दिया है। सोमवार को इजरायली सेना ने यमन के होदेइदाह बंदरगाह पर हमला किया, जिसमें हूती विद्रोहियों के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया।
युद्ध की शुरुआत
इजरायल और गाजा के बीच युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ, जब हमास के उग्रवादियों ने दक्षिणी इजरायल में हमला किया, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए।