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गुजरात में मानसून के प्रभाव से 11 डैम हाई अलर्ट पर, 18 लोगों की मौत

गुजरात में मानसून की शुरुआत के साथ ही 11 डैम को हाई अलर्ट पर रखा गया है। राज्य में भारी बारिश के कारण 18 लोगों की मौत हो चुकी है। राहत और बचाव कार्य में एनडीआरएफ की टीमें सक्रिय हैं। बोटाद जिले में एक कार बह जाने की घटना ने क्षेत्र में हलचल मचा दी है, जिसमें कई लोग लापता हैं। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। जानें इस स्थिति के बारे में और क्या जानकारी है।
 

गुजरात में मानसून की शुरुआत

गुजरात में मानसून की शुरुआत के साथ ही राज्य के 11 डैम को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जानकारी के अनुसार, 13 डैम को अलर्ट पर रखा गया है। राज्य के 206 डैमों में से 9 डैम पूरी तरह से भर चुके हैं, जबकि 25 डैमों में 70% से 100% तक पानी भरा हुआ है। पिछले 24 घंटों में राज्य के 227 तालुकाओं में बारिश हुई है, जिसमें बोटाद, सुरेंद्रनगर, जामनगर और भावनगर जिलों में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। भारी बारिश के कारण अब तक 18 लोगों की जान जा चुकी है। राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 12 और एसडीआरएफ की 22 टीमें तैनात की गई हैं। मंगलवार को गढ़ड़ा में बाढ़ के पानी में फंसे 18 लोगों का सफल रेस्क्यू किया गया, और अब तक कुल 139 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।


सुखभादर डेम के गेट खोले गए

बोटाद की भादर नदी पर स्थित सुखभादर डैम के ओवरफ्लो होने के कारण उसके 4 गेट खोलने पड़े। राज्य के 8 तालुकाओं में भारी बारिश हुई है, जिसके चलते 193 सड़कें बंद करनी पड़ीं, जिनमें नेशनल, स्टेट, पंचायत और आर एंड बी की सड़कें शामिल हैं। इसके अलावा, एसटी (State Transport) की 194 ट्रिप्स भी रद्द की गईं। अगले 24 घंटों में गुजरात में और भी भारी बारिश की संभावना है। राज्य के 11 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, और दीव, दमन तथा दादरा नगर हवेली में भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।


NDRF की खोजबीन जारी

बोटाद जिले के लाठीदड़ और सांगावदर गांव के बीच से गुजरती नदी में एक ईको कार बह जाने की घटना ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है। इस कार में 9 लोग सवार थे। बीती शाम तक 5 लोग लापता थे, जबकि 2 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया था और 2 के शव बरामद हुए थे। आज एनडीआरएफ की टीम ने गहरे पानी में खोजबीन जारी रखी, जिसमें दो और शव बरामद किए गए हैं। अब तक कुल चार शव मिल चुके हैं, जबकि 3 लोग अभी भी लापता हैं। लापता लोगों की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।


प्रशासन की सतर्कता

दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए बोटाद के सोनावाला अस्पताल भेजा गया है। प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। इस घटना के बाद क्षेत्र में शोक की लहर है। प्रशासन ने नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और नदी पार न करने की सलाह दी है।