गुरुग्राम में मानसून की पहली बारिश से जलभराव की समस्या बढ़ी
गुरुग्राम में जलभराव: प्रशासन पर उठे सवाल
गुरुग्राम में जलभराव ने एक बार फिर निवासियों के लिए समस्याएँ खड़ी कर दी हैं। मानसून की पहली बारिश ने शहर को एक तालाब में बदल दिया, जिससे सड़कों पर गाड़ियाँ डूब गईं और अंडरपास में पानी भर गया। लोग घंटों तक ट्रैफिक जाम में फंसे रहे।
प्रशासन की योजनाओं पर सवाल
प्रशासन द्वारा करोड़ों रुपये की योजनाओं के बावजूद जलभराव की समस्या बनी हुई है। नागरिक सोशल मीडिया पर नगर निगम और प्रशासन की आलोचना कर रहे हैं, जो शहर की अव्यवस्था को उजागर करता है।
बारिश ने प्रशासन की तैयारियों की पोल खोली
मानसून की पहली बारिश ने गुरुग्राम में जलभराव की वास्तविकता को उजागर किया। तीन घंटे की बारिश में सड़कों और अंडरपासों में पानी भर गया। कुछ लोग जलभराव में तैरते हुए दिखाई दिए, जिससे प्रशासन के दावों की सच्चाई सामने आई।
प्रशासन के दावे और वास्तविकता
हर साल जलभराव रोकने के लिए करोड़ों रुपये की योजनाएँ बनाई जाती हैं। प्रशासन ने यह दावा किया था कि इस बार गुरुग्राम जलभराव से मुक्त रहेगा, लेकिन पहली बारिश ने इन दावों को झूठा साबित कर दिया।
लोगों के लिए सुझाव और सतर्कता
गुरुग्राम में जलभराव ने सड़क सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। प्रशासन ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और कॉर्पोरेट कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सलाह दी है। बारिश के दौरान लोगों को सावधानी बरतने और गड्ढों से बचने की सलाह दी गई है।