गॉलब्लैडर स्टोन से बचने के लिए 5 प्रभावी उपाय
गॉलब्लैडर स्टोन के लक्षण
गॉलब्लैडर स्टोन के लक्षण: आजकल की तेज़-तर्रार जीवनशैली और अस्वस्थ खानपान के कारण पाचन संबंधी समस्याएं आम हो गई हैं। इनमें से एक समस्या है गॉलब्लैडर स्टोन, जो पित्ताशय में कठोर कणों के रूप में बनते हैं। ये स्टोन कोलेस्ट्रॉल, पित्त के तत्वों और अपशिष्ट पदार्थों के जमाव से उत्पन्न होते हैं। कभी-कभी ये छोटे होते हैं और लक्षण नहीं दिखाते, लेकिन जब ये बड़े हो जाते हैं, तो तेज दर्द, अपच, उल्टी और अन्य गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं।
एक्सपर्ट की राय
पुणे के सह्याद्रि सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के जनरल सर्जन डॉ. एस. पी. सिंह के अनुसार, गॉलब्लैडर स्टोन की समस्या आजकल बहुत आम हो गई है। यह अक्सर बिना लक्षण के होती है और जब लक्षण प्रकट होते हैं, तो यह गंभीर हो सकती है। इसका मुख्य कारण अस्वस्थ जीवनशैली और खानपान है। इसलिए, इससे बचने के लिए जीवनशैली में सुधार करना आवश्यक है।
गॉलब्लैडर स्टोन से बचने के 5 उपाय
1. वजन प्रबंधन: मोटापा आजकल एक सामान्य समस्या बन गई है। यदि किसी का वजन अधिक है, तो उसके शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है, जो गॉलब्लैडर स्टोन का कारण बन सकता है। इसके लिए नियमित व्यायाम करना आवश्यक है।
2. फाइबर युक्त आहार: आहार में फाइबर की कमी से कोलेस्ट्रॉल का निर्माण होता है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे साबुत अनाज को अपने आहार में शामिल करें।
3. नियमित भोजन: भोजन को कभी भी स्किप न करें। सभी भोजन का एक निश्चित समय होना चाहिए। लंबे समय तक भूखे रहने से बचें और समय पर खाएं।
4. तले-भुने खाद्य पदार्थों से बचें: अत्यधिक तले-भुने और फैट युक्त खाद्य पदार्थों से दूर रहें। प्रोसेस्ड फूड्स और मैदे से बनी चीजों का सेवन कम करें।
5. बाइल स्टिम्युलेटिंग आहार: अपने आहार में ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करें जो बाइल का संतुलन बनाए रखें, जैसे हल्दी, नींबू पानी और चुकंदर। ये पाचन में मदद करते हैं और गट हेल्थ को सुधारते हैं।