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ग्रेटर नोएडा में कूड़ा प्रबंधन पर अधिकारियों की सैलरी में कटौती

ग्रेटर नोएडा में कूड़ा प्रबंधन की स्थिति को लेकर स्वास्थ्य प्रबंधक और अन्य अधिकारियों की सैलरी में कटौती की गई है। एसीईओ ने बिरौंडी गांव का औचक निरीक्षण किया, जहां सफाई व्यवस्था बेहद खराब पाई गई। इसके चलते कंपनी पर 2 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है और ब्लैक लिस्ट करने की चेतावनी दी गई है। एसीईओ ने जिम्मेदार अधिकारियों से स्पष्टीकरण भी मांगा है। जानें इस मामले में और क्या कार्रवाई की गई है।
 

स्वास्थ्य प्रबंधक और निरीक्षकों की सैलरी में कटौती

ग्रेटर नोएडा समाचार: ग्रेटर नोएडा में कूड़ा प्रबंधन की स्थिति में सुधार न होने पर स्वास्थ्य प्रबंधक, सहायक प्रबंधक और निरीक्षक का एक दिन का वेतन काटा गया है। बिरौंडी गांव में गंदगी का ढेर देखने को मिला, जिसके चलते एसीईओ ने कंपनी पर 2 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। इसके साथ ही कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने की चेतावनी भी दी गई है। इस कार्रवाई के बाद अधिकारियों और कंपनी के मालिकों में हड़कंप मच गया है।


एसीईओ का औचक निरीक्षण

एसीईओ अचानक पहुंची बिरौंडी गांव


ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने बुधवार को बिरौंडी गांव का औचक निरीक्षण किया। वहां सफाई व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब थी, जिस पर एसीईओ ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। सफाई कार्य में लापरवाही के लिए जिम्मेदार फर्म मैसर्स विमलराज पर 2 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा, कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने के लिए चेतावनी नोटिस भी जारी किया गया है।


स्पष्टीकरण की मांग

3 दिन में देना होगा स्पष्टीकरण


एसीईओ ने काम में लापरवाही के लिए प्रबंधक और सहायक प्रबंधक को नोटिस जारी कर 3 दिन में स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कांट्रैक्टरों को सफाई व्यवस्था में लापरवाही बरतने पर कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी है। एसीईओ ने ग्रेटर नोएडा के निवासियों से अपील की है कि वे कूड़ा इधर-उधर न फेंकें और कूड़ा डस्टबिन में डालें, ताकि ग्रेटर नोएडा को स्वच्छ रखा जा सके।


लगातार जुर्माना लगाने की प्रक्रिया

लगातार लगाया जा रहा जुर्माना


ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण शहर की सफाई के लिए लगातार कार्रवाई कर रहा है। हाल ही में ग्रेटर नोएडा वेस्ट में कूड़ा फेंकते हुए पकड़े जाने पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया था। इसके अलावा, अलस्टोनिया सोसायटी प्रबंधन पर भी 48 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया था, क्योंकि उन्होंने बाहर सड़क पर कूड़ा फेंका था।


कूड़ा प्रबंधन नियमों का पालन

जानें किस नियम में तहत होती है कार्रवाई


ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के स्वास्थ्य विभाग की टीम सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 के अंतर्गत सभी बल्क वेस्ट जेनरेटरों का निरीक्षण करती है। यदि कूड़े का उचित प्रबंधन नहीं होता है, तो टीम पेनाल्टी लगाती है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मंगलवार और बुधवार को पेनाल्टी लगाने की कार्रवाई की है।