ग्रेटर नोएडा में ट्रेनी डॉक्टर की आत्महत्या: मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता
ट्रेनी डॉक्टर की आत्महत्या का मामला
ट्रेनी डॉक्टर की आत्महत्या: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में एक 29 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर ने 21वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। मथुरा के निवासी शिवा, अपनी बहन के घर गौर सिटी 2 में अपने माता-पिता के साथ आए थे। सोमवार दोपहर, वह बालकनी में गए और वहां से नीचे कूद गए। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।
शिवा, दिल्ली के एक निजी कॉलेज में 2015 बैच के एमबीबीएस छात्र थे। कोविड-19 महामारी के दौरान, उन्हें मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिसके कारण उनकी मेडिकल ट्रेनिंग अधूरी रह गई। इस घटना ने उन्हें गहरे तनाव और अवसाद में डाल दिया था।
पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का कारण मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं बताई जा रही हैं, लेकिन पुलिस सभी पहलुओं की गहनता से जांच कर रही है। शिवा का परिवार इस घटना से गहरे सदमे में है। स्थानीय लोगों और रिश्तेदारों का कहना है कि शिवा एक प्रतिभाशाली छात्र थे, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में उनकी स्वास्थ्य समस्याओं ने उन्हें परेशान कर दिया था।
मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता
यह घटना मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को उजागर करती है, विशेषकर उन युवाओं के लिए जो पेशेवर और व्यक्तिगत दबावों का सामना कर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि समय पर सहायता और उचित परामर्श से ऐसी दुखद घटनाओं को रोका जा सकता है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को गंभीरता से लें और आवश्यकता पड़ने पर पेशेवर मदद प्राप्त करें।