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घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने वाले पौधे: वास्‍तु टिप्स

इस लेख में हम आपको उन पौधों के बारे में बताएंगे जो आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाते हैं। तुलसी, जैस्मिन, पाम ट्री, मनी प्लांट और फर्न जैसे पौधे न केवल आपके घर को सुंदर बनाते हैं, बल्कि स्वास्थ्य और समृद्धि में भी योगदान करते हैं। जानें कि इन्हें सही स्थान पर कैसे लगाना चाहिए ताकि आपके घर में सकारात्मक वाइब्स का संचार हो सके।
 

सकारात्मक ऊर्जा के लिए पौधों का महत्व

वास्‍तु टिप्स: प्रकृति और स्वच्छ वातावरण के लिए पेड़-पौधों का विशेष महत्व है। कुछ पौधे ऐसे होते हैं जो सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं। इन्हें अपने घर में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। पौधे अच्छे स्वास्थ्य, धन और समृद्धि से भी जुड़े होते हैं। आज हम आपको उन पौधों के बारे में बताएंगे, जिन्हें मुख्य द्वार पर लगाने से आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। 


तुलसी का पौधा

तुलसी के पौधे : वास्‍तु के अनुसार, तुलसी को सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना जाता है। यह पौधा दिन-रात ऑक्सीजन प्रदान करता है। इसे मुख्य द्वार पर लगाने से आसपास का वातावरण सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है। इसे घर के उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है।


जैस्मिन का पौधा

जैस्मिन का पौधा: जैस्मिन को लकी और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। इसकी खुशबू वातावरण को खुशनुमा बनाती है। मुख्य द्वार पर इसे लगाने से धन में वृद्धि होती है। 


पाम ट्री

पाम ट्री : मुख्य द्वार पर लगाने के लिए पाम ट्री एक बेहतरीन विकल्प है। यह एक एयर प्यूरीफाइंग पौधा है और इसकी देखभाल करना आसान है। इसे लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।


मनी प्लांट

मनी प्‍लांट : इसे मुख्य द्वार पर लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसे घर के अंदर और बाहर कहीं भी लगाया जा सकता है। यह पौधा खुशियों को बढ़ाने वाला माना जाता है और इसके द्वारा सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। 


फर्न का पौधा

फर्न का प्‍लांट : बोस्‍टर्न फर्न देखने में सुंदर होता है। इसे घर के सामने रखने से यह परिवार के लिए गुडलक चार्म को बढ़ाता है। इसे मुख्य द्वार पर लगाने से सकारात्मक ऊर्जा अपने आप प्रवेश करती है। 


स्नेक प्लांट

स्नेक प्लांट : यह पौधा रात में ऑक्सीजन देता है और हानिकारक गैसों को सोखकर वातावरण को शुद्ध करता है। इसे घर के दक्षिण, पूर्व और दक्षिण-पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है।