जलभराव से होने वाली बीमारियों से बचने के 5 सरल उपाय
जलजनित बीमारियों का खतरा
जलजनित बीमारियों से बचें: जानें 5 आसान उपाय! नई दिल्ली: हर साल बारिश और बाढ़ का मौसम कई स्थानों पर तबाही लाता है। सड़कों और घरों में भरा पानी न केवल दैनिक जीवन को कठिन बनाता है, बल्कि यह कई गंभीर बीमारियों को भी आमंत्रित करता है।
जलभराव के कारण जलजनित और मच्छर जनित बीमारियों का प्रसार तेजी से होता है, जो विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरनाक हो सकता है। बाढ़ के बाद स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच भी कठिन हो जाती है। आइए, जलभराव से होने वाली बीमारियों और उनसे बचने के उपायों पर चर्चा करते हैं।
जलजनित बीमारियों का खतरा
बाढ़ और जलभराव के दौरान पानी में गंदगी और प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। यह गंदा पानी हैजा, टाइफाइड और लेप्टोस्पायरोसिस जैसी गंभीर जलजनित बीमारियों का कारण बन सकता है।
यदि कोई व्यक्ति इस पानी को पी ले या इसके संपर्क में आए, तो बीमारी तेजी से फैल सकती है। विशेष रूप से बच्चे और बुजुर्ग इसकी चपेट में जल्दी आ सकते हैं। इसलिए हमेशा साफ पानी का उपयोग करना आवश्यक है।
मच्छर जनित रोगों से सावधान
जलभराव के बाद ठहरा हुआ पानी मच्छरों के लिए प्रजनन स्थल बन जाता है। इससे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ये रोग तेजी से फैलते हैं और गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं। मच्छरों से बचने के लिए घर के आसपास पानी जमा न होने दें और रात में मच्छरदानी का उपयोग करें।
सांस संबंधी संक्रमण का जोखिम
बाढ़ के दौरान लोग अक्सर अस्थायी आश्रयों में रहने को मजबूर होते हैं। इन स्थानों पर भीड़भाड़ और गंदगी के कारण फ्लू, निमोनिया और तपेदिक जैसी सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इनसे बचने के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच बनाए रखें।
त्वचा और फंगल संक्रमण
जलभराव का पानी प्रदूषकों और बैक्टीरिया से भरा होता है, जो त्वचा के संक्रमण और फंगल संक्रमण जैसे डर्माटोफाइटोसिस का कारण बन सकता है। यदि बाढ़ के पानी में चोट लग जाए, तो संक्रमण का खतरा और बढ़ जाता है। ऐसे में घावों को साफ और सूखा रखना बहुत आवश्यक है।
बचाव के लिए अपनाएं ये उपाय
बाढ़ और जलभराव के समय अपने और परिवार की सेहत को सुरक्षित रखने के लिए कुछ सरल सावधानियां बरतें।
हमेशा साफ और उबला हुआ पानी पिएं। घर के आसपास पानी जमा न होने दें और मच्छरदानी का उपयोग करें। अस्थायी आश्रयों में साफ-सफाई का ध्यान रखें और भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें। इन छोटे-छोटे उपायों से आप जलजनित और मच्छर जनित बीमारियों से बचे रह सकते हैं।