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जानें 7 जून 2025 का पंचांग: शुभ मुहूर्त और विशेष योग

7 जून 2025 का पंचांग आपके लिए कई शुभ संयोग लेकर आया है। इस दिन के विशेष मुहूर्त और ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति जानकर आप अपने महत्वपूर्ण कार्यों की शुरुआत कर सकते हैं। जानें आज के दिन कौन-से कार्य शुभ हैं और कब करना चाहिए। यह जानकारी आपको सही समय पर सही निर्णय लेने में मदद करेगी।
 

आज का पंचांग

Aaj ka Panchang: हिंदू पंचांग के अनुसार, 7 जून 2025 को द्वादशी तिथि है और चंद्रमा तुला राशि में गोचर कर रहा है। यदि आप किसी शुभ कार्य की शुरुआत करने की योजना बना रहे हैं, तो यह दिन आपके लिए बहुत लाभकारी हो सकता है। बस सही मुहूर्त और चौघड़िया को समझना आवश्यक है।


आज के शुभ योग

आज के ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति कई शुभ संयोग बना रही है, जो न केवल पूजा-पाठ, व्रत या यात्रा के लिए उपयुक्त हैं, बल्कि व्यापारिक निर्णय, नए कार्य की शुरुआत, और संपत्ति के लेन-देन के लिए भी अनुकूल हैं।


आज का शुभ चौघड़िया मुहूर्त (7 जून 2025)

आज का शुभ चौघड़िया मुहूर्त (7 जून 2025)


सुबह 7:10 से 8:52 बजे तक – शुभ
इस समय किसी नए कार्य की शुरुआत, पूजा-पाठ, और व्यावसायिक योजनाओं के शुभारंभ के लिए उत्तम है।


दोपहर 12:17 से 1:59 बजे तक – चर
यह समय यात्रा और स्थान परिवर्तन के लिए अनुकूल माना जाता है।


दोपहर 1:59 से 3:42 बजे तक – लाभ
निवेश, खरीदारी, सौदेबाज़ी और आर्थिक निर्णयों के लिए अच्छा समय है।


दोपहर 3:42 से 5:24 बजे तक – अमृत
अत्यंत शुभ माना गया यह समय किसी भी प्रकार के मंगल कार्यों के लिए उपयुक्त है।


आज रात के चौघड़िया मुहूर्त

आज रात के चौघड़िया मुहूर्त



  • शाम 7:08 से 8:24 बजे तक – लाभ


  • रात 9:42 से 10:59 बजे तक – शुभ


  • रात 10:59 से 12:17 बजे तक – अमृत


  • रात 12:17 से 1:35 बजे तक – चर


  • सुबह 4:10 से 5:28 बजे तक (8 जून) – लाभ



ये सभी समय विशेष रूप से व्यापार, यात्रा, नई योजनाओं की शुरुआत और धार्मिक गतिविधियों के लिए उपयुक्त माने जाते हैं।


अभिजीत मुहूर्त और राहुकाल

अभिजीत मुहूर्त और राहुकाल



  • अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:31 से दोपहर 12:39 तक – यह समय अत्यंत शुभ माना जाता है।


  • राहुकाल: सुबह 8:52 से 10:35 बजे तक – इस दौरान किसी भी नए कार्य की शुरुआत से बचना चाहिए।



आज के दिन कौन-से कार्य हैं शुभ?

आज के दिन कौन-से कार्य हैं शुभ?



  • नया व्यवसाय शुरू करना


  • संपत्ति की खरीद-फरोख्त


  • धार्मिक अनुष्ठान या व्रत


  • वाहन या मशीनरी खरीदना


  • यात्रा की शुरुआत (दिशा शूल के अनुसार सावधानी जरूरी)


  • निवेश या आर्थिक योजना की शुरुआत



विशेष: शनिवार को दिशा शूल पूर्व दिशा में होता है, अतः इस दिशा में यात्रा से बचें या सफेद तिल खाकर ही यात्रा प्रारंभ करें।