×

जीविका दीदी योजना: महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लोन की सुविधा

जीविका दीदी योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के तहत महिलाएँ स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से छोटे व्यवसायों के लिए लोन प्राप्त कर सकेंगी। सरकार ने आर्थिक सहायता के लिए जीविका निधि क्रेडिट कोऑपरेटिव यूनियन लिमिटेड की स्थापना की है, जिससे महिलाएँ 15,000 से लेकर 2 लाख रुपये तक का ऋण ले सकेंगी। जानें इस योजना के लाभ और ऋण चुकाने की प्रक्रिया के बारे में।
 

जीविका दीदी योजना का परिचय


जीविका दीदी योजना: केंद्र सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएँ लागू कर रही है। लाखों महिलाएँ इन योजनाओं का लाभ उठा रही हैं। इसके अलावा, विभिन्न राज्य सरकारें भी महिलाओं के लिए विशेष योजनाएँ चला रही हैं। बिहार सरकार ने भी महिलाओं को सहायता प्रदान करने के लिए जीविका दीदी योजना शुरू की है, जिसका उद्देश्य उनके जीवन स्तर को सुधारना और समाज में उनकी भागीदारी को बढ़ाना है।


योजना का उद्देश्य

जीविका दीदी योजना केवल एक सरकारी योजना नहीं है, बल्कि यह महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का एक माध्यम है। इस पहल का लक्ष्य है कि महिलाएँ अपने पैरों पर खड़ी हों और समाज में एक सशक्त भूमिका निभा सकें।


महिलाओं को जीविका दीदी बनने के लिए स्वयं सहायता समूह से जुड़ना होगा। ये समूह गाँवों में मिलकर काम करने वाली महिलाओं के समूह हैं, जो बचत और छोटे व्यवसायों से शुरुआत करती हैं। हालांकि, इसमें महिलाओं को सीधे वेतन नहीं मिलता।


आर्थिक सहायता का नया तरीका

सरकार ने जीविका बहनों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए जीविका निधि क्रेडिट कोऑपरेटिव यूनियन लिमिटेड की स्थापना की है। यह एक बैंक की तरह कार्य करेगा और महिलाओं को तीन प्रकार के ऋण उपलब्ध कराएगा।


इस योजना के तहत महिलाएँ अपने छोटे व्यवसाय, खेती या अन्य आवश्यकताओं के लिए आसानी से ऋण प्राप्त कर सकेंगी। उन्हें 15,000 रुपये, 75,000 रुपये और अधिकतम 2 लाख रुपये तक का ऋण मिलेगा, जिसमें 12 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर निर्धारित की गई है।


ऋण चुकाने की प्रक्रिया

ऋण चुकाने के लिए समय सीमा भी निर्धारित की गई है ताकि महिलाओं पर कोई दबाव न पड़े। 15,000 रुपये का ऋण एक वर्ष में चुकाना होगा, 75,000 रुपये का ऋण दो वर्षों में और 2 लाख रुपये का ऋण तीन वर्षों में चुकाना होगा।