जुबीन गर्ग की रहस्यमयी मौत: परिवार ने सीआईडी में दर्ज कराई शिकायत
सिंगापुर में पूर्वोत्तर भारत महोत्सव के दौरान गायक जुबीन गर्ग की रहस्यमयी मौत ने उनके परिवार को सीआईडी में शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर कर दिया है। परिवार ने उनकी मौत की जांच की मांग की है, जबकि विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया है। जुबीन के मैनेजर ने एक ओपन लेटर में उनके गानों के स्वामित्व के बारे में जानकारी दी है। जानें इस मामले में क्या हो रहा है और जुबीन के परिवार को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
Sep 28, 2025, 15:34 IST
जुबीन गर्ग की मौत का मामला
हाल ही में सिंगापुर में आयोजित पूर्वोत्तर भारत महोत्सव के दौरान प्रसिद्ध गायक जुबीन गर्ग की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। उनके परिवार ने इस मामले में सीआईडी में शिकायत दर्ज कराई है। जुबीन की पत्नी गरिमा गर्ग, चाचा मनोज बोरठाकुर और पामी बोरठाकुर ने असम सीआईडी से उनकी मौत की जांच की मांग की है।
परिवार का शक
जुबीन गर्ग सिंगापुर में नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल में शामिल होने पहुंचे थे, जिसका आयोजन स्यामकानु महंत ने किया था। उनके साथ उनके मैनेजर सिद्धार्थ भी थे। सूत्रों के अनुसार, सिंगापुर में रहने वाले असम के निवासियों ने जुबीन को एक याच पार्टी में आमंत्रित किया था। अब जुबीन के परिवार ने उनकी मृत्यु की जांच के लिए असम आपराधिक जांच विभाग CID में शिकायत दर्ज कराई है, जिसे स्वीकार कर लिया गया है।
SIT का गठन
जुबीन की मृत्यु के मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया है। SIT ने जुबीन के मैनेजर और महंत को भी समन भेजा है। बताया जा रहा है कि 6 अक्टूबर को इन दोनों से पूछताछ की जाएगी। इसके अलावा, जुबीन के साथ यात्रा करने वाले एक दर्जन से अधिक लोगों को भी समन जारी किया गया है।
मैनेजर का ओपन लेटर
मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा ने एक ओपन लेटर में स्पष्ट किया कि जुबीन गर्ग के अधिकांश गाने, लगभग 38,000, विभिन्न संगीत लेबल और प्रोडक्शन हाउस के स्वामित्व में हैं। उन्होंने लिखा, "जुबीन दा के अधिकांश गाने मेरे उनके जीवन में आने से पहले ही बन चुके थे। वे अक्सर इस बात पर दुखी होते थे कि उन्हें बहुत कम पैसे मिलते थे।"
धमकियों का सामना
सिद्धार्थ ने आगे कहा कि वह अधिकारियों और अपने परिवार के सामने सभी वित्तीय विवरण प्रस्तुत करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, "जब मेरी सुरक्षा सुनिश्चित होगी और मुझे तथ्य प्रस्तुत करने का उचित अवसर मिलेगा, मैं गुवाहाटी आऊंगा। मीडिया ने मुझे तुरंत अपराधी के रूप में पेश करना शुरू कर दिया है, जिसके कारण मुझे जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं।"