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टाटा मोटर्स की गाड़ियों की कीमतों में कटौती, GST 2.0 का प्रभाव

टाटा मोटर्स ने अपने पैसेंजर वाहनों की कीमतों में 1.45 लाख रुपये तक की कटौती करने की घोषणा की है, जो 22 सितंबर से लागू होगी। यह निर्णय GST 2.0 के तहत किए गए टैक्स सुधारों के अनुरूप है। नई टैक्स संरचना के तहत ऑटो सेक्टर को राहत मिली है, जिससे छोटी और बड़ी गाड़ियों की कीमतों में कमी आएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे ऑटोमोबाइल बिक्री में वृद्धि होगी।
 

टाटा मोटर्स की नई कीमतें

टाटा मोटर्स ने अपने पैसेंजर वाहनों की कीमतों में 1.45 लाख रुपये तक की कमी करने की घोषणा की है। यह बदलाव 22 सितंबर से प्रभावी होगा और इसका कारण हाल ही में लागू GST 2.0 रेजीम है।


ग्राहकों को मिलेगा सीधा लाभ

कंपनी ने बताया कि GST 2.0 के तहत किए गए टैक्स सुधारों का लाभ सीधे ग्राहकों को मिलेगा। इससे न केवल गाड़ियों की कीमतें कम होंगी, बल्कि ऑटोमोबाइल क्षेत्र में बिक्री में भी वृद्धि होगी।


जीएसटी 2.0 से ऑटो सेक्टर को मिली राहत

नए टैक्स ढांचे के अनुसार, ऑटो सेक्टर को महत्वपूर्ण राहत प्रदान की गई है। अब जटिल टैक्स संरचना को केवल दो स्लैब्स – 5% और 18% में सरल बनाया गया है। इसके साथ ही, गाड़ियों पर लगने वाला अतिरिक्त सेस भी समाप्त कर दिया गया है, जिससे टैक्सेशन प्रणाली और अधिक पारदर्शी हो गई है।


छोटी गाड़ियों पर टैक्स में कमी

छोटी गाड़ियों, जैसे कि 1200 सीसी तक के पेट्रोल, सीएनजी और एलपीजी इंजन तथा 1500 सीसी तक के डीज़ल इंजन वाली कारों पर अब टैक्स घटकर 18% हो गया है। पहले इन पर 28% GST के साथ अतिरिक्त सेस लगता था, जिससे एंट्री-लेवल गाड़ियों की कीमतों में कमी आएगी।


बड़ी गाड़ियों और एसयूवी पर भी राहत

बड़ी कारों और एसयूवी पर पहले 43% से 50% तक का टैक्स लगता था, लेकिन GST 2.0 लागू होने के बाद अब इन पर केवल 40% टैक्स लगेगा। इससे ग्राहकों को राहत मिलेगी और कंपनियों के लिए कीमतें तय करना आसान होगा।


बिक्री में वृद्धि की संभावना

विशेषज्ञों का मानना है कि कीमतों में कमी और सरल टैक्स संरचना का यह संयोजन आने वाले महीनों में ऑटोमोबाइल बिक्री को बढ़ावा देगा। इसके साथ ही, NBFCs और बैंकों द्वारा प्रदान किए जाने वाले ऑटो लोन भी अधिक आकर्षक हो सकते हैं, जिससे सेमी-अर्बन और ग्रामीण क्षेत्रों में गाड़ियों की खरीद में वृद्धि होगी।