डायबिटीज के लक्षण: जानें किन 5 चीजों पर ध्यान दें
डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है, जिसे अक्सर 'साइलेंट किलर' कहा जाता है। यह बीमारी बिना किसी चेतावनी के विकसित हो सकती है। इस लेख में, हम उन 5 महत्वपूर्ण लक्षणों पर चर्चा करेंगे, जिन पर ध्यान देकर आप डायबिटीज की पहचान कर सकते हैं। पेशाब की अधिकता, प्यास, भूख, थकान और संक्रमण जैसे लक्षणों को समझकर आप समय पर उपचार प्राप्त कर सकते हैं। जानें कैसे इन संकेतों को पहचानकर आप अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं।
Aug 28, 2025, 09:38 IST
डायबिटीज: एक साइलेंट किलर
डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है, जो अक्सर बिना किसी चेतावनी के विकसित होती है। इसे 'साइलेंट किलर' भी कहा जाता है। जब शरीर में इंसुलिन हार्मोन की कमी या उसकी कार्यक्षमता में कमी आती है, तो रक्त शर्करा का स्तर बढ़ने लगता है। यह स्तर भोजन के बाद तेजी से बढ़ सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए, डायबिटीज के मरीजों को नियमित रूप से रक्त शर्करा की जांच करने की सलाह दी जाती है। इस लेख में, हम 5 ऐसी चीजों के बारे में चर्चा करेंगे, जो डायबिटीज के साथ बढ़ सकती हैं।
ध्यान देने योग्य बातें
डायबिटीज की शुरुआत में, लोग अक्सर अपने उच्च रक्त शर्करा के स्तर के बारे में अनजान रहते हैं। लेकिन यदि आप इन 5 संकेतों पर ध्यान दें, तो आप डायबिटीज की चेतावनी संकेतों को पहचान सकते हैं। समय पर उपचार से डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है।
पेशाब की अधिकता
अधिक पेशाब आना डायबिटीज के लक्षणों में से एक है। जब रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ता है, तो किडनी को अधिक काम करना पड़ता है। गुर्दे ग्लूकोज को रक्त में वापस भेजते हैं, और यदि यह संभव नहीं होता है, तो इसे पेशाब के माध्यम से बाहर निकाल दिया जाता है। इस प्रक्रिया के कारण बार-बार पेशाब आने की समस्या उत्पन्न होती है।
प्यास
अधिक पेशाब के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे डिहाइड्रेशन होता है। इस स्थिति में शरीर के कार्य धीमे हो जाते हैं, और इसके परिणामस्वरूप अधिक प्यास लगती है।
भूख
डायबिटीज के मरीजों को अक्सर अधिक भूख लगती है। खाने के तुरंत बाद भी कुछ और खाने की इच्छा होती है। इसका कारण यह है कि मांसपेशियों और कोशिकाओं को ऊर्जा नहीं मिल पाती, जिससे मस्तिष्क भूख को उत्तेजित करता है।
थकान
इंसुलिन ग्लूकोज के उपयोग में मदद करता है, जिससे ऊर्जा मिलती है। लेकिन जब इंसुलिन की कमी होती है या यह सही से काम नहीं करता, तो थकान महसूस होती है। इससे मरीज को लगातार कमजोरी का अनुभव होता है।
संक्रमण
डायबिटीज के कारण इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे शरीर में रक्त प्रवाह कम हो जाता है और सूजन बढ़ जाती है। इसके परिणामस्वरूप मरीज को संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, और घाव भरने में भी अधिक समय लगता है।