डायबिटीज प्रबंधन के लिए 3 प्रभावी हर्ब्स
डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए सही खानपान बेहद जरूरी है। इस लेख में हम तीन महत्वपूर्ण हर्ब्स - विजयसार, गुड़मार और कलौंजी के बारे में चर्चा करेंगे, जो ब्लड शुगर लेवल को संतुलित करने में मदद करते हैं। जानें इन हर्ब्स के फायदों और सेवन के सही तरीकों के बारे में, ताकि आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकें।
Nov 8, 2025, 11:58 IST
डायबिटीज और हेल्दी खानपान
डायबिटीज को नियंत्रित करने में संतुलित आहार का महत्वपूर्ण योगदान होता है। कई फल, सब्जियां, मसाले और हर्ब्स हैं, जो डायबिटीज के प्रबंधन में सहायक हो सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि आप दवाओं के साथ कुछ हर्ब्स को अपने आहार में शामिल करते हैं और रिफाइंड शुगर से दूर रहते हैं, तो आप अपने ब्लड शुगर को बेहतर तरीके से नियंत्रित कर सकते हैं। इस लेख में, हम आपको 3 ऐसे हर्ब्स के बारे में बताएंगे, जिनसे हर डायबिटीज रोगी को लाभ मिल सकता है। हम इन हर्ब्स के फायदों और सेवन के सही तरीकों पर चर्चा करेंगे।
विजयसार
आयुर्वेद में विजयसार को ब्लड शुगर लेवल को संतुलित करने वाला एक शक्तिशाली हर्ब माना जाता है। यह मेटाबॉलिज्म को सुधारने के साथ-साथ अतिरिक्त कफ, फैट और टॉक्सिन्स को कम करता है। जब पाचन धीमा होता है और शरीर में अपशिष्ट जमा होता है, तो डायबिटीज का खतरा बढ़ता है। विजयसार के सेवन से यह समस्या दूर होती है। हालांकि, इसका स्वाद थोड़ा कड़वा और यह सूखा होता है, लेकिन यह शरीर से अतिरिक्त शुगर को बाहर निकालने में मदद करता है। इसके सेवन से पाचन में सुधार होता है और ऊर्जा संतुलित रहती है। इसकी लकड़ी को रातभर पानी में भिगोकर रखें और सुबह उस पानी का सेवन करें। इससे ब्लड शुगर लेवल संतुलित होता है और मेटाबॉलिज्म भी सही रहता है।
गुड़मार
गुड़मार एक ऐसा हर्ब है, जो डायबिटीज से लड़ने में सहायक होता है। यह अतिरिक्त कफ को संतुलित करने और शरीर से अतिरिक्त शुगर को बाहर निकालने में मदद करता है। गुड़मार अतिरिक्त फैट और टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है, जिससे मेटाबॉलिज्म और पाचन क्रिया में सुधार होता है। यह शरीर में शुगर के अवशोषण को नियंत्रित करता है।
कलौंजी
आयुर्वेद में कलौंजी को गुणों का भंडार माना जाता है। यह पाचन में सुधार लाने के साथ-साथ टॉक्सिन्स को कम करता है। जिन लोगों का मेटाबॉलिज्म धीमा है, उन्हें कलौंजी का सेवन अवश्य करना चाहिए। यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के साथ-साथ इंसुलिन के कार्य को भी सुधारता है।