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डिमेंशिया के शुरुआती लक्षण: पहचानें और सावधान रहें

क्या आप छोटी-छोटी बातें भूल जाते हैं? यह डिमेंशिया के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। इस लेख में, हम डिमेंशिया के संकेतों की पहचान करने के तरीकों के बारे में चर्चा करेंगे। जानें कि कैसे याददाश्त में कमी, योजना बनाने में कठिनाई, और मूड में बदलाव जैसे लक्षण आपको सावधान कर सकते हैं। समय पर पहचानने से आप इस स्थिति को बेहतर तरीके से प्रबंधित कर सकते हैं।
 

डिमेंशिया के संकेतों की पहचान


क्या आप अक्सर छोटी-छोटी बातें भूल जाते हैं? कभी-कभी हम कोई चीज रखकर भूल जाते हैं या किसी बात को कहना चाहते हैं, लेकिन वह याद नहीं आती। इसे हम सामान्य मानकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन यह डिमेंशिया के प्रारंभिक संकेत भी हो सकते हैं। याददाश्त में कमी केवल उम्र बढ़ने का परिणाम नहीं है।


इन्हीं कारणों से लोग डिमेंशिया के लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे समस्या बढ़ जाती है। यदि समय पर इसके प्रारंभिक लक्षणों की पहचान कर ली जाए, तो इसे बेहतर तरीके से प्रबंधित किया जा सकता है। आइए जानते हैं डिमेंशिया के कुछ शुरुआती लक्षण।


याददाश्त में कमी

भूलना एक सामान्य बात है, लेकिन जब यह बार-बार होने लगे और दैनिक जीवन में बाधा डालने लगे, तो यह चिंता का विषय बन जाता है। महत्वपूर्ण घटनाओं या बातों को बार-बार भूल जाना, एक ही सवाल को बार-बार पूछना, और जरूरी तारीखें या नाम याद न रखना, ये सभी डिमेंशिया के लक्षण हो सकते हैं। कभी-कभी किसी का नाम भूल जाना सामान्य है, लेकिन उस व्यक्ति या घटना को पूरी तरह से भूल जाना गंभीर हो सकता है।


योजना बनाने में कठिनाई

डिमेंशिया का प्रभाव केवल याददाश्त पर नहीं, बल्कि सोचने और निर्णय लेने की क्षमता पर भी पड़ता है। पहले सरलता से योजनाएं बनाने में कठिनाई होना, जैसे बिलों का हिसाब रखना या बजट बनाना, ये सभी डिमेंशिया के संकेत हो सकते हैं। किसी कार्य पर ध्यान केंद्रित करने में समय लगना भी एक लक्षण है।


दैनिक कार्यों में कठिनाई

डिमेंशिया से प्रभावित व्यक्तियों को अक्सर रोजमर्रा के कार्यों में कठिनाई होती है, जैसे अपने घर के आसपास भटक जाना या काम पर जाने का रास्ता भूल जाना। यदि आप ऐसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।


समय का ध्यान न रखना

इस लक्षण में व्यक्ति को समय का सही अंदाजा नहीं होता और वे यह भूल जाते हैं कि वे कहां हैं। पुरानी बातें और वर्तमान घटनाओं में भ्रमित होना भी डिमेंशिया का संकेत हो सकता है।


मूड और व्यक्तित्व में बदलाव

डिमेंशिया का सबसे अधिक प्रभाव व्यक्ति के स्वभाव और व्यवहार पर पड़ता है। व्यक्ति उदास, चिंतित या परेशान रहने लगते हैं। बिना किसी स्पष्ट कारण के उदास होना, सामाजिक मेलजोल से दूर रहना, और परिवार के सदस्यों पर संदेह करना, ये सभी डिमेंशिया के संकेत हैं।