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डी. गुकेश ने जीता सुपर यूनाइटेड रैपिड टूर्नामेंट का खिताब

भारत के युवा शतरंज खिलाड़ी डी. गुकेश ने क्रोएशिया में आयोजित सुपर यूनाइटेड रैपिड एंड ब्लिट्ज टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए खिताब जीता। 19 वर्षीय गुकेश ने 18 में से 14 अंक प्राप्त किए और अमेरिकी ग्रैंडमास्टर वेस्ली सो को हराकर पहले स्थान पर कब्जा किया। टूर्नामेंट की शुरुआत में हार का सामना करने के बाद, गुकेश ने जोरदार वापसी की और कई प्रमुख खिलाड़ियों को हराया। उनकी यह जीत भारत के लिए गर्व का क्षण है।
 

डी. गुकेश की शानदार जीत

डी. गुकेश: भारत के युवा शतरंज खिलाड़ी डी. गुकेश ने एक बार फिर देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने क्रोएशिया के जाग्रेब में आयोजित सुपर यूनाइटेड रैपिड एंड ब्लिट्ज टूर्नामेंट में रैपिड फॉर्मेट का खिताब अपने नाम किया। महज 19 वर्ष की आयु में, गुकेश ने इस प्रतियोगिता में 18 में से 14 अंक प्राप्त कर पहले स्थान पर कब्जा जमाया। यह टूर्नामेंट ग्रैंड चेस टूर 2025 के अंतर्गत आयोजित किया गया था।


अमेरिकी ग्रैंडमास्टर को हराया

अमेरिकी खिलाड़ी को 36 चालों में हराया

डी. गुकेश ने रैपिड टूर्नामेंट के अंतिम राउंड में अमेरिकी ग्रैंडमास्टर वेस्ली सो को केवल 36 चालों में हराकर खिताब पर कब्जा किया। पूरे टूर्नामेंट में उन्होंने 9 मुकाबले खेले, जिनमें से 6 में जीत, 2 ड्रॉ और 1 में हार का सामना किया।


शुरुआत में कठिनाई, फिर शानदार वापसी

हार के बाद शानदार वापसी

गुकेश की शुरुआत टूर्नामेंट में अच्छी नहीं रही थी। पहले मैच में उन्हें पोलैंड के जान-क्रिस्टॉफ डूडा के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इसके बाद उन्होंने जोरदार वापसी की, फ्रांस के अलीरेजा फिरोजा और भारत के आर. प्रज्ञानानंदा को हराया। इसके बाद गुकेश ने उज्बेकिस्तान के नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव और अमेरिका के फैबियानो कारूआना को भी मात दी। सबसे बड़ी जीत तब मिली जब उन्होंने नॉर्वे के पूर्व वर्ल्ड चैंपियन मैग्नस कार्लसन को हराया, जो उनकी दूसरी जीत थी।


आर. प्रज्ञानानंदा का प्रदर्शन

प्रज्ञानानंदा का भी अच्छा प्रदर्शन

आर. प्रज्ञानानंदा ने भी इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने 9 मुकाबले खेले, जिसमें 1 जीत, 7 ड्रॉ और 1 हार का सामना किया। इसके बावजूद उनके कुल 9 अंक हुए और वे ग्रैंड चेस टूर की ओवरऑल रैंकिंग में मजबूत दावेदार बने हुए हैं।


भारत के लिए गर्व का क्षण

डी. गुकेश ने न केवल खिताब जीता, बल्कि यह भी साबित किया कि भारत का युवा खिलाड़ी शतरंज की दुनिया में एक बड़ा नाम बन चुका है। उनकी यह जीत भारत के लिए गर्व की बात है। पिछले महीने कार्लसन को हराने के बाद, गुकेश ने उन्हें फिर से हराकर एक बड़ा उदाहरण पेश किया है।