×

तेजपत्ता: एक आयुर्वेदिक औषधि के अद्भुत लाभ

तेजपत्ता, जिसे आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण औषधि माना जाता है, न केवल खाने में स्वाद बढ़ाता है, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। यह सिरदर्द, सर्दी-जुकाम, दांतों की समस्याओं, गैस, और किडनी स्टोन जैसी समस्याओं में राहत प्रदान करता है। जानें कैसे तेजपत्ता का उपयोग करके आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
 

तेजपत्ता के फायदे

हेल्थ कार्नर: तेजपत्ता को आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण औषधि माना जाता है, जो न केवल खाने में स्वाद और सुगंध बढ़ाता है, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। आइए जानते हैं इसके फायदों के बारे में।



– तेजपत्ते के चूर्ण की चाय सिरदर्द, बार-बार छींकने और सर्दी-जुकाम में राहत देती है। चाय की पत्तियों के स्थान पर तेजपत्ते का चूर्ण उपयोग करें।
– दांतों की मजबूती और चमक बढ़ाने के लिए, सप्ताह में 3-4 बार तेजपत्ते के चूर्ण से मंजन करें।
– गैस और एसिडिटी के लिए, इसका चूर्ण पानी के साथ लें।
– पांच तेजपत्ते को पानी में उबालकर ठंडा करें और इससे सिर की मालिश करें। इससे बाल मजबूत होंगे और जुओं की समस्या भी दूर होगी।
– मुंह की दुर्गंध को दूर करने के लिए भोजन के बाद एक तेजपत्ता चबाएं।
– रोजाना खाने में तेजपत्ते का उपयोग करने से हृदय रोगों का खतरा कम हो सकता है।













– किडनी स्टोन और अन्य किडनी समस्याओं के लिए तेजपत्ता बहुत लाभकारी होता है। इसे उबालकर ठंडा करके पीने से किडनी से जुड़ी समस्याओं में राहत मिलती है।


– दर्द में राहत के लिए भी तेजपत्ता एक प्रभावी उपाय है। प्रभावित क्षेत्र पर तेजपत्ते के तेल से मसाज करना फायदेमंद होता है। इसके अलावा, तेज सिरदर्द होने पर भी इसके तेल से मसाज करना अच्छा रहता है।