त्वचा की देखभाल: प्रदूषण से बचने के उपाय
त्वचा की देखभाल के लिए महत्वपूर्ण सुझाव
भारत में शहरीकरण और औद्योगीकरण के कारण प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है। देश के कई शहरों में पीएम स्तर 150 से ऊपर जा चुका है, जो त्वचा के लिए हानिकारक है।
त्वचा और आंखों पर प्रदूषण का प्रभाव
प्रदूषण का असर न केवल पर्यावरण पर, बल्कि हमारी त्वचा और आंखों पर भी पड़ता है। इससे त्वचा बेजान और बेरुखी दिखने लगती है, और एक्ने, एक्जिमा जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं।
बाहर से लौटते ही चेहरे की सफाई जरूरी
बाहर से लौटते ही हल्के फेस वाश से चेहरे को धोना चाहिए ताकि धूल और गंदगी हट सके।
सनस्क्रीन का महत्व
सनस्क्रीन का उपयोग न केवल सूरज की किरणों से, बल्कि प्रदूषण से भी त्वचा की सुरक्षा करता है। 30 एसपीएफ या उससे अधिक की सनस्क्रीन का उपयोग करें।
डीप क्लीनिंग और डबल क्लींजिंग क्यों जरूरी
सप्ताह में दो से तीन बार गहराई से सफाई करें। ऑयल बेस्ड क्लींजर का उपयोग करें और दिन में दो बार फेस वॉश करें।
बाहर निकलते समय रखें ये सावधानियां
बाहर जाते समय चेहरे को कपड़े से ढकें और धूल वाले स्थानों से दूर रहें।
खानपान और हाइड्रेशन का रखें ध्यान
त्वचा को हाइड्रेट करने के लिए पर्याप्त पानी और फल-सब्जियां खाएं।
एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार का फायदा
एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार जैसे जामुन, स्ट्रॉबेरी और हरी सब्जियां त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं।
विटामिन C सीरम का इस्तेमाल
विटामिन C युक्त सिरम का उपयोग त्वचा को फ्री रेडिकल से बचाता है।
नहाने और स्किन केयर में सावधानी
गर्म या ठंडे पानी से नहाने से बचें। सामान्य या गुनगुने पानी का उपयोग करें।
त्वचा के प्रकार के अनुसार क्लीनिंग
शुष्क त्वचा के लिए क्लीजिंग क्रीम और तैलीय त्वचा के लिए फेस वाश का उपयोग करें।
प्राकृतिक तत्वों से त्वचा की सुरक्षा
चन्दन, नीम और तुलसी जैसे प्राकृतिक तत्वों का उपयोग करें।
खोपड़ी और बालों की देखभाल
सिरके और घृतकुमारी का मिश्रण खोपड़ी पर लगाएं।
पानी की भूमिका
पानी शरीर के विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
ओमेगा फैटी एसिड का महत्व
ओमेगा 3 और ओमेगा 6 फैटी एसिड त्वचा को प्रदूषण से बचाते हैं।
आंखों की देखभाल
आंखों को ताजे पानी से धोना चाहिए और ठंडे गुलाब जल से आई पैड का उपयोग करें।
घर में हवा को शुद्ध रखने वाले पौधे
एलोवेरा, अंजीर और पीपल जैसे पौधे हवा को शुद्ध करने में मदद करते हैं।