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थाई चमेली चावल: स्वास्थ्य लाभ और विशेषताएँ

थाई चमेली चावल, अपनी सुगंध और स्वाद के लिए प्रसिद्ध, थाईलैंड के उत्तरी और मध्य क्षेत्रों में उगाया जाता है। यह चावल न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। इसमें अघुलनशील फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन में मदद करती है। इसके अलावा, यह कम वसा और सोडियम रहित होता है। जानें इस चावल के पोषण संबंधी जानकारी और मधुमेह पर इसके प्रभाव के बारे में।
 

थाई चमेली चावल का परिचय

हेल्थ कार्नर: थाई चमेली चावल एक लंबा-दाना चावल है, जिसे इसकी सुगंध और स्वाद के लिए विश्वभर में सराहा जाता है। यह चावल थाईलैंड के मध्य और उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में सबसे अधिक निर्यात किए जाने वाले उत्पादों में से एक है। थाईलैंड की अनुकूल भौगोलिक स्थिति के कारण, यहाँ उच्च गुणवत्ता और विशेष चमेली चावल का उत्पादन किया जाता है। इसे 'थाई होम माली चावल' और 'थाई खुशबू चावल' के नाम से भी जाना जाता है।


उत्पादन क्षेत्र

इस चावल की बेहतरीन गुणवत्ता मुख्य रूप से पूर्वोत्तर प्रांतों जैसे रोई एट, उबोन रतचथानी, बुरिरम, सिसाकेट, सुरिन और यासोथोन में उगाई जाती है। यहाँ के अनुकूल पर्यावरणीय कारक, जैसे कि पर्याप्त सूर्य की रोशनी और वर्षा, थाई खुशबू चावल के अद्वितीय स्वाद को विकसित करने में मदद करते हैं।


स्वास्थ्य लाभ

चमेली चावल, विशेषकर साबुत अनाज या भूरा चावल, कब्ज से राहत दिलाने में सहायक होता है। इसमें अघुलनशील फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन में सुधार करता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद विटामिन और खनिज त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं और यह त्वरित ऊर्जा का स्रोत भी है।


पोषण संबंधी जानकारी

यह चावल कम वसा और सोडियम रहित होता है। चमेली चावल की दानेदार, चिकनी बनावट और मोती सफेद रंग इसे विशेष बनाते हैं। साबुत अनाज या भूरा चमेली चावल अधिक पौष्टिक होता है और इसमें फाइबर की मात्रा भी अधिक होती है।


मधुमेह और चावल

सफेद चमेली चावल एक स्टार्चयुक्त, परिष्कृत भोजन है, जो इंसुलिन और रक्त शर्करा के स्तर को अस्थायी रूप से बढ़ा सकता है। इसलिए, परिष्कृत खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन, जैसे पॉलिश किए हुए चावल, टाइप 2 मधुमेह के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। हालांकि, थाई चमेली चावल का सेवन मधुमेह के इस प्रकार के लिए कोई बढ़ा हुआ जोखिम नहीं दर्शाता है।