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दही के साथ खाने में किन चीजों से बचें: आयुर्वेद के अनुसार

दही भारतीय भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। लेकिन आयुर्वेद के अनुसार, दही के साथ कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। इस लेख में जानें कि दही के साथ किन चीजों से बचना चाहिए, जैसे दूध, मांस, खट्टे फल और गर्म खाद्य पदार्थ। सही तरीके से दही का सेवन करने से आप अपने पाचन को बेहतर बना सकते हैं और स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं।
 

दही का महत्व और आयुर्वेद में इसके नियम

दही भारतीय भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो न केवल स्वादिष्ट है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। इसमें प्रोबायोटिक्स, कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन बी जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो पाचन में सुधार करते हैं और शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, दही का सेवन करने के कुछ विशेष नियम हैं। यह शरीर को ठंडक प्रदान करता है, रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है और पाचन को हल्का रखता है। आयुर्वेदिक ग्रंथों, जैसे चरक संहिता में, दही के सही सेवन के महत्व पर जोर दिया गया है। गलत समय या गलत खाद्य पदार्थों के साथ दही का सेवन करने से पेट की समस्याएं, त्वचा की समस्याएं और अन्य गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। आइए जानते हैं कि दही के साथ किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।


दूध या दूध से बनी चीजें

दही को दूध, पनीर या अन्य दूध से बने उत्पादों के साथ नहीं खाना चाहिए। ये मिश्रण पेट में भारीपन पैदा करते हैं और पाचन को धीमा कर देते हैं, जिससे गैस, पेट फूलने या अपच की समस्या हो सकती है। आयुर्वेद इसे गलत खाद्य संयोजन मानता है।


मछली और मांस

दही को मछली, चिकन या किसी अन्य नॉन-वेज भोजन के साथ नहीं खाना चाहिए। दही की ठंडी प्रकृति और मांस की गर्म प्रकृति एक-दूसरे के साथ मेल नहीं खाती, जिससे त्वचा पर दाने, एलर्जी या पेट की समस्याएं हो सकती हैं। आयुर्वेद में इसे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना गया है।


खट्टे फल

नींबू, संतरा, अनानास जैसे खट्टे फलों को दही के साथ खाने से बचना चाहिए। ये दोनों ही खट्टे होते हैं, जिससे पेट में अम्लता बढ़ सकती है और जलन, दाने या त्वचा की एलर्जी हो सकती है।


गर्म चीजें

दही को गर्म खाद्य पदार्थों, जैसे तली हुई चीजें, मसालेदार भोजन या गर्म चाय के साथ नहीं खाना चाहिए। दही की ठंडी प्रकृति गर्म खाद्य पदार्थों के साथ टकराव पैदा करती है, जिससे पाचन में समस्या हो सकती है और सर्दी-जुकाम जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।


उड़द दाल

उड़द दाल या अन्य भारी दालों को दही के साथ खाने से पेट में गैस और भारीपन हो सकता है, जिससे पाचन में कठिनाई होती है।


दही खाने के नियम

दही का सेवन दोपहर में करना चाहिए। रात में दही खाने से सर्दी-जुकाम या साइनस की समस्या हो सकती है। हमेशा ताजा और घर का बना दही खाएं। पुराना या अधिक खट्टा दही पेट के लिए ठीक नहीं होता। गर्मी और शरद ऋतु में दही खाना फायदेमंद है, लेकिन बारिश में इसे नहीं खाना चाहिए। दही का सेवन सीमित मात्रा में करें, एक छोटी कटोरी पर्याप्त होती है। दही को शहद या मिश्री के साथ खाना अच्छा माना जाता है।