दाल-चावल: मसल बिल्डिंग के लिए एक बेहतरीन विकल्प
फिटनेस के प्रति जागरूकता
हेल्थ कार्नर :- आजकल लोग फिटनेस के प्रति अधिक सजग हो रहे हैं। हर कोई एक अच्छी बॉडी और सिक्स पैक एब्स पाने की ख्वाहिश रखता है। इसके लिए मेहनत और संतुलित आहार दोनों की आवश्यकता होती है। भारतीयों का मुख्य आहार रोटी, सब्जी और चावल है। तो क्या इनसे भी एक अच्छी बॉडी बनाई जा सकती है? आज हम दाल-चावल के बारे में चर्चा करेंगे, जो हर भारतीय घर में आसानी से उपलब्ध है। आइए जानते हैं कि यह मसल बिल्डिंग में कैसे मददगार है। पहले यह जान लेते हैं कि इसमें क्या-क्या शामिल है।
दाल का महत्व
भारतीय घरों में दाल का उपयोग बहुत अधिक होता है और यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। यहाँ हम विभिन्न प्रकार की दालों की बात करेंगे। चाहे कोई भी दाल हो, इसके फायदे समान होते हैं। दाल बनाने में हम घी, मसाले और सब्जियों का उपयोग करते हैं। आइए जानते हैं इसमें मौजूद पोषक तत्वों के बारे में। यहाँ हम 1 कप पकी दाल की जानकारी दे रहे हैं:
- प्रोटीन – लगभग 18 ग्राम
- कार्ब्स – लगभग 45 ग्राम
- फैट – लगभग 15 ग्राम
चावल का योगदान
चावल भी भारतीयों के भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह हमारे आहार का मुख्य अंग है। उत्तरी भारत में इसका उपयोग कम होता है, जबकि दक्षिण भारत में यह अधिक प्रचलित है। आइए जानते हैं इसमें मौजूद पोषक तत्वों के बारे में। यहाँ हम 1 कप पके चावल की जानकारी दे रहे हैं:
- प्रोटीन – लगभग 4 ग्राम
- कार्ब्स – लगभग 45 ग्राम
- फैट – लगभग 5 ग्राम
मसल बिल्डिंग में लाभ
यदि हम मसल बनाने की बात करें, तो दाल और चावल मिलकर लगभग 22 ग्राम प्रोटीन और 90 ग्राम कार्ब्स प्रदान करते हैं। इसका प्रोटीन-कार्ब्स अनुपात 1:4 होता है, जो मसल बिल्डिंग के लिए उपयुक्त है।
यदि आप ब्राउन राइस का सेवन करते हैं, तो आपको और भी अधिक लाभ मिल सकता है, लेकिन यह फैट कम करने वालों के लिए सही नहीं है।
यह ध्यान देने योग्य है कि दाल में सम्पूर्ण प्रोटीन नहीं होता। सम्पूर्ण प्रोटीन 20 एमिनो एसिड से मिलकर बनता है, जिसमें से दाल में एक एमिनो एसिड की कमी होती है, जो चावल में अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसलिए, दोनों का संयोजन सबसे अच्छा विकल्प बनता है। यदि आप मसल बिल्ड करना चाहते हैं, तो दिन में एक बार दाल-चावल का सेवन कर सकते हैं। फैट कम करने वाले लोगों को इससे दूर रहना चाहिए।