दिल की सेहत के लिए महत्वपूर्ण संकेत और सावधानियाँ
दिल की बीमारियों के संकेत
जो लोग शुगर और उच्च रक्तचाप से ग्रसित हैं, उनके लिए हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। यदि कंधे में दर्द हाथ चलाने पर बढ़ता है, तो यह जोड़ों से जुड़ी समस्या हो सकती है। ऐसे में दर्द निवारक दवाएँ लें और बाएं कंधे का एक्सरे और ईसीजी कराएँ।
इसके अलावा, जिन लोगों को सीने में दर्द होता है, उन्हें ट्रेडमिल टेस्ट कराना चाहिए। यदि दर्द बना रहता है, तो एंजियोग्राफी की आवश्यकता हो सकती है। शुगर के मरीजों में यदि सीने में चलने-फिरने में दर्द होता है, तो यह हृदय रोग का संकेत हो सकता है। अगर सीने में दर्द और सांस लेने में कठिनाई हो रही है, तो यह सामान्य एलर्जी के लक्षण हो सकते हैं। हृदय रोगियों को रक्त पतला करने वाली दवाएँ नियमित रूप से लेनी चाहिए।
बवासीर और अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ
शौच के दौरान खून आना बवासीर का संकेत है। यदि मल में अधिक खून आ रहा है, तो दवा लेना बंद कर दें और हृदय विशेषज्ञ से संपर्क करें, क्योंकि दवाओं के दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। लंबे समय तक शुगर और ब्लड प्रेशर का नियंत्रण न होना हृदय और गुर्दे जैसे अंगों को नुकसान पहुँचा सकता है। इससे पैरों में सूजन और नसों में समस्या हो सकती है, जिससे झनझनाहट हो सकती है।
यदि काम करते समय सीने में दर्द बढ़ता है और आराम करने पर ठीक होता है, तो यह हृदय रोग का संकेत हो सकता है। नजदीकी चिकित्सक से सलाह लें और आवश्यक जांच कराएँ। हृदय रोगियों को सभी दवाएँ नियमित रूप से लेनी चाहिए। सीने और पीठ में किसी भी प्रकार के दर्द को सामान्य न समझें। यदि दर्द लंबे समय तक बना रहे और सांस फूलने, घबराहट या पसीना आने जैसे लक्षण हों, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
स्वास्थ्य की देखभाल