दिल्ली में बारिश के बाद करंट से हुई दो मौतें: क्या है सुरक्षा की स्थिति?
दिल्ली में दर्दनाक हादसा
दिल्ली में मूसलधार बारिश के बाद एक गंभीर घटना ने सभी को हिला कर रख दिया है। आरके पुरम सेक्टर-1 में रविवार सुबह करंट लगने से दो व्यक्तियों की जान चली गई, साथ ही एक आवारा कुत्ता भी इसकी चपेट में आ गया। यह घटना तब हुई जब भारी बारिश के कारण एक पेड़ गिर गया, जिससे बिजली की तारों को नुकसान पहुंचा और करंट पानी में फैल गया।
पुलिस की रिपोर्ट और घटनाक्रम
दिल्ली पुलिस के अनुसार, इस घटना की सूचना सुबह 4:29 बजे मिली, जब एक स्थानीय ढाबा मालिक सुनील ने फोन कर बताया कि उसके दो कर्मचारी करंट की चपेट में आ गए हैं। हादसे के समय दोनों कर्मचारी ढाबे के बाहर सो रहे थे।
बारिश और करंट का खतरनाक मेल
यह घटना विवेकानंद मार्ग पर हुई। बारिश के दौरान एक पेड़ गिरने से बिजली की तार टूट गई और क्षेत्र में पानी भरने के कारण पूरा इलाका करंट की चपेट में आ गया। ढाबे के बाहर सो रहे रविंदर (30) और भरत (25) करंट लगने से मौके पर ही दम तोड़ गए।
प्रत्यक्षदर्शियों की गवाही
गवाहों ने बताया कि तेज हवाओं और बारिश के कारण दोनों कर्मचारी खुले में शरण लिए हुए थे। स्थानीय निवासी श्रवण ने कहा, 'हम सो रहे थे जब ढाबा मालिक दौड़ता हुआ आया और हमें बताया। पानी भरा हुआ था और करंट लगने से दो लोग और एक कुत्ता मर गए।' एक अन्य गवाह सुरजन सिंह ने कहा, 'पेड़ गिरने के बाद पानी में करंट फैल गया और कोई कुछ समझ ही नहीं पाया।'
दिल्ली में बारिश का असर
शनिवार रात को हुई तेज बारिश ने दिल्ली में जनजीवन को प्रभावित कर दिया। सफदरजंग एन्क्लेव में एक मोबाइल टावर भी गिर गया, लेकिन इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।
मध्य प्रदेश में भी हुई एक और घटना
इसी तरह की एक घटना मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में हुई, जहां एक शादी समारोह स्थल पर हाईटेंशन वायर की चपेट में आकर तीन मजदूरों की जान चली गई। यह हादसा शुक्रवार सुबह करीब 10:30 बजे हुआ। एएसपी संदीप भूरिया ने बताया कि तीन मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए।
सुरक्षा पर उठे सवाल
दिल्ली और मध्य प्रदेश की इन घटनाओं ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या हमारी बिजली व्यवस्था और आपात स्थिति से निपटने की तैयारियां पर्याप्त हैं? क्या बारिश के मौसम में करंट से जान जाने की घटनाएं अब सामान्य होती जा रही हैं?