नीति आयोग की टीम ने कृषि विज्ञान केंद्र का किया गहन मूल्यांकन
नीति आयोग की विशेषज्ञ टीम का दौरा
- कृषि प्रसार कार्यों, प्रशिक्षण कार्यक्रमों, अनुसंधान, जनसंवाद मॉडल का अवलोकन किया
Jind News, जींद। पांडु पिंडारा में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में नीति आयोग की विशेषज्ञ टीम ने शुक्रवार को एक विस्तृत मूल्यांकन दौरा किया। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य केंद्र में चल रहे कृषि प्रसार कार्यों, प्रशिक्षण कार्यक्रमों, अनुसंधान, जनसंवाद मॉडल और किसान हितैषी नवाचारों का प्रत्यक्ष अवलोकन करना था। केवीके के प्रमुख डॉ. नीरज पवार ने नीति आयोग की टीम को कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा विकसित फसल विविधिकरण, जैविक खेती, फसल अवशेष प्रबंधन, उच्च-उपज किस्मों, जल प्रबंधन तकनीकों और डिजिटल कृषि सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
किसानों से संवाद और फीडबैक संग्रह
टीम ने विशेष रूप से डेमोस्ट्रेशन प्लांट, किसान प्रशिक्षण कक्ष, मृदा परीक्षण प्रयोगशाला और कृषि यांत्रिकीकरण इकाई का निरीक्षण किया। इसके अलावा, टीम ने जिले के बीबीपुर, निडानी और अहिरका गांवों में किसानों के साथ संवाद किया और कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा प्रदान किए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों की प्रभावशीलता, तकनीकी सुझावों की उपयोगिता और फसल उत्पादन में आए सकारात्मक बदलावों के बारे में फीडबैक एकत्र किया।
किसानों ने बताया कि केवीके के मार्गदर्शन से उन्हें खेती में लागत में कमी, उत्पादन में वृद्धि और वैज्ञानिक तकनीकों को अपनाने में काफी मदद मिली है। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख डॉ. नीरज पवार ने कहा कि यह केंद्र कृषि शिक्षा, कौशल विकास, तकनीकी डेमो और किसान आधारित शोध को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। केंद्र किसानों को विभिन्न प्रकार की जानकारी प्रदान करता है और प्रशिक्षण आयोजित करता है। नीति आयोग की टीम का यह मूल्यांकन दौरा जिले के कृषि विकास के लिए एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है, जिससे भविष्य में किसानों को और बेहतर तकनीकी समर्थन मिल सकेगा।