नीली रोशनी से त्वचा की सुरक्षा: जानें कैसे करें बचाव
नीली रोशनी का त्वचा पर प्रभाव
महत्वपूर्ण जानकारी: डिजिटल उपकरणों से निकलने वाली नीली रोशनी का अत्यधिक संपर्क आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है।
त्वचा विशेषज्ञों का कहना है कि नीली रोशनी त्वचा की गहराई में प्रवेश कर सकती है। इसके लंबे समय तक संपर्क में रहने से त्वचा की उम्र बढ़ने और रंजकता की समस्या हो सकती है।
डिजिटल उपकरणों का अधिक उपयोग और स्क्रीन के करीब रहना फोटोएजिंग का कारण बन सकता है, जिससे त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया तेज हो जाती है।
स्किनकेयर में नीली रोशनी से सुरक्षा
कई ब्रांड अब नीली रोशनी से सुरक्षा के लिए स्किनकेयर उत्पाद विकसित कर रहे हैं। इन उत्पादों में एंटीऑक्सिडेंट और भौतिक यूवी फिल्टर शामिल होते हैं, जो त्वचा की समय से पहले उम्र बढ़ने से बचाते हैं।
इनसे रंजकता, रेखाएं और झुर्रियों की समस्या को कम किया जा सकता है।
ब्लू लाइट डैमेज को कैसे कम करें?
1. स्क्रीन पर फ़िल्टर का उपयोग करें और रात में अपने फोन को अंधेरे मोड में बदलें।
2. नियमित रूप से सनस्क्रीन का प्रयोग करें। जिंक ऑक्साइड या टाइटेनियम डाइऑक्साइड युक्त सनस्क्रीन का चयन करें। ये त्वचा में नीली रोशनी के प्रवेश को रोकने में मदद करते हैं।
सही स्किनकेयर उत्पादों का चयन करें।
एंटीऑक्सिडेंट युक्त उत्पादों और सनस्क्रीन का संयोजन करें।
स्किनकेयर उत्पादों में नियासिनामाइड, जिंक ऑक्साइड और आयरन ऑक्साइड जैसे सक्रिय तत्व शामिल होने से नीली रोशनी के प्रभाव से बचा जा सकता है।