पंजाब में बाबा जीवन सिंह (भाई जैता जी) का स्मारक जनता को समर्पित
स्मारक का उद्घाटन और श्रद्धांजलि
-महान सिख योद्धा को श्रद्धांजलि देने का अवसर
-राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को बनाए रखने का संकल्प
श्री आनंदपुर साहिब: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज महान सिख शहीद बाबा जीवन सिंह (भाई जैता जी) के नाम पर 20 करोड़ रुपये की लागत से बने अत्याधुनिक स्मारक का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ने भाई जीवन सिंह जी के अद्वितीय बलिदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने चमकौर साहिब की ऐतिहासिक लड़ाई में सवा लाख मुगल सैनिकों का सामना किया। उन्होंने बताया कि बाबा जीवन सिंह जी की स्मृति में मानवता के प्रति समर्पित पाँच गैलरियों का उद्घाटन किया गया है, जो इतिहास की गहराई को दर्शाती हैं। इस स्मारक का डिज़ाइन श्री गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के आर्किटेक्चर विंग ने तैयार किया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि स्मारक का निर्माण दो चरणों में हुआ है। पहले चरण में मुख्य इमारत का उद्घाटन फरवरी 2024 में किया गया था, जबकि दूसरे चरण में आज गैलरियों का उद्घाटन किया गया है। इस पूरे प्रोजेक्ट की कुल लागत 29 करोड़ रुपये है। यह संग्रहालय बाबा जीवन सिंह के जीवन और बलिदान को जीवंत रूप में प्रदर्शित करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटकों को स्मारक के प्रवेश द्वार पर प्रदर्शित मॉडलों और वीडियो के माध्यम से जानकारी मिलेगी। पहली गैलरी सिख गुरुओं के बारे में जानकारी देती है और यह दर्शाती है कि बाबा जीवन सिंह के पूर्वज आध्यात्मिक रूप से गुरुओं से जुड़े हुए थे। यहाँ आधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है।
दूसरी गैलरी बाबा जीवन सिंह के माता-पिता के विवाह, उनके जन्म और पारिवारिक वंश को दर्शाती है। तीसरी गैलरी कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार, नवें गुरु श्री गुरु तेग बहादर जी की शहादत और बाबा जीवन सिंह के प्रारंभिक जीवन को प्रदर्शित करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस गैलरी में गुरु तेग बहादर जी की शहादत का ऑडियो-विजुअल प्रदर्शन है, जिसमें भाई जैता जी को गुरु जी का सिर वापस लाते हुए दिखाया गया है। चौथी गैलरी उस भावनात्मक क्षण को प्रदर्शित करती है जब बाबा जीवन सिंह ने गुरु गोबिंद सिंह जी को गुरु तेग बहादर जी का पवित्र सिर भेंट किया।
पाँचवीं गैलरी श्री आनंदपुर साहिब से संबंधित ऐतिहासिक स्थलों और बाबा जीवन सिंह जी के जीवन की एनिमेटेड प्रस्तुति के साथ समाप्त होती है। इसके बाद एक उपहार केंद्र और प्रदर्शनी क्षेत्र है, जिसमें पंजाब पर्यटन से जुड़े स्थल दर्शाए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आने वाली पीढ़ियों के लिए पंजाब की गौरवशाली विरासत को संरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है और इस कार्य में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।