पाकिस्तान में मानसून की तबाही: बाढ़ से 154 लोगों की मौत, राहत कार्य जारी
पाकिस्तान और PoK में बाढ़ का कहर
पाकिस्तान में मानसून बाढ़: पिछले 24 घंटों में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में हुई भारी बारिश ने तबाही मचाई है। बाढ़ और भूस्खलन के कारण कम से कम 154 लोगों की जान चली गई है, जबकि कई लोग अब भी लापता हैं या घायल हैं।
खैबर पख्तूनख्वा में सबसे ज्यादा नुकसान
खैबर पख्तूनख्वा में तबाही का मंजर
इस प्रांत में बादल फटने और भारी बारिश के कारण नदियों में बाढ़ आ गई, जिससे दर्जनों मकान, पुल और सड़कें बह गईं। इस क्षेत्र में 125 से अधिक मौतें हो चुकी हैं। पाकिस्तानी सेना और स्थानीय आपदा प्रबंधन टीमें राहत कार्यों में जुटी हैं, खासकर स्वात और बाजौर जिलों में।
गिलगित-बाल्टिस्तान और PoK में संकट
गिलगित-बाल्टिस्तान में बाढ़ का असर
घिजर जिले में अचानक आई बाढ़ से आठ लोगों की जान गई है, जबकि दो लोग लापता हैं। कराकोरम और बाल्टिस्तान हाईवे बाढ़ के कारण बंद हो गए हैं। नीलम घाटी में रट्टी गली झील पर सैकड़ों पर्यटक फंसे हुए हैं क्योंकि वहां की सड़क बह गई है।
पूरे पाकिस्तान में मानसून का कहर
मानसून से हुई तबाही
जून के अंत से अब तक 325 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 142 बच्चे शामिल हैं। स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान हुआ है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने संवेदनशील क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाने और जनता से सावधानी बरतने की अपील की है।
राहत कार्यों में चुनौतियां
राहत कार्यों में बाधाएं
सरकारी एजेंसियों, सेना और स्वयंसेवकों के साथ बड़े पैमाने पर राहत कार्य जारी है। हालांकि, खराब मौसम, दुर्गम इलाकों तक पहुंच में कठिनाइयों और लगातार बारिश के कारण राहत कार्यों में बाधाएं आ रही हैं। सरकार ने लोगों से बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से दूर रहने और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है।