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पुरुषों और महिलाओं के मस्तिष्क में उम्र के साथ अंतर: नया शोध

हाल के शोध में यह पता चला है कि उम्र बढ़ने के साथ पुरुषों का मस्तिष्क महिलाओं की तुलना में तेजी से सिकुड़ता है। अध्ययन में 12,000 से अधिक मस्तिष्क स्कैन का विश्लेषण किया गया, जिसमें लिंग के आधार पर मस्तिष्क के आकार में अंतर सामने आया। जबकि महिलाओं में अल्जाइमर का जोखिम अधिक है, उनके मस्तिष्क में सिकुड़न की गति धीमी है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस विषय पर और गहन अध्ययन की आवश्यकता है। जानें इस अध्ययन के महत्वपूर्ण निष्कर्ष और उनके स्वास्थ्य पर प्रभाव।
 

पुरुषों और महिलाओं के मस्तिष्क में उम्र के साथ अंतर


पुरुषों और महिलाओं के मस्तिष्क में उम्र के साथ अंतर: हाल ही में एक अध्ययन में यह सामने आया है कि उम्र बढ़ने के साथ पुरुषों का मस्तिष्क महिलाओं की तुलना में तेजी से सिकुड़ता है। 4,726 स्वस्थ व्यक्तियों के मस्तिष्क स्कैन के विश्लेषण में लिंग के आधार पर मस्तिष्क ऊतकों के क्षय में स्पष्ट अंतर पाए गए। अध्ययन में पुरुषों के मस्तिष्क के कई हिस्सों में गिरावट की गति अधिक तेज़ थी, जबकि महिलाओं में यह प्रक्रिया अपेक्षाकृत धीमी रही।


मस्तिष्क का सिकुड़ना उम्र बढ़ने के साथ एक सामान्य प्रक्रिया है, जो विशेष रूप से अल्जाइमर के रोगियों में देखी जाती है। दिलचस्प बात यह है कि महिलाओं में अल्जाइमर का जोखिम पुरुषों की तुलना में दोगुना होता है, फिर भी उनके मस्तिष्क में सिकुड़न की गति धीमी पाई गई है।


12,000 से अधिक मस्तिष्क स्कैन का अध्ययन


इस शोध में 17 से 95 वर्ष की आयु के व्यक्तियों के 12,000 से अधिक मस्तिष्क स्कैन का विश्लेषण किया गया। प्रत्येक प्रतिभागी के कम से कम दो एमआरआई स्कैन लगभग तीन साल के अंतराल पर लिए गए। लिंग के आधार पर मस्तिष्क के आकार में अंतर को ध्यान में रखते हुए यह पाया गया कि पुरुषों के मस्तिष्क में वृद्धावस्था के दौरान कॉर्टेक्स के कई क्षेत्रों में अधिक तेजी से गिरावट होती है। वहीं, महिलाओं के मस्तिष्क में कम क्षेत्र प्रभावित हुए और कॉर्टेक्स की मोटाई में भी अपेक्षाकृत कम परिवर्तन देखा गया।


वैज्ञानिकों का कहना है कि मस्तिष्क की उम्र बढ़ने में लिंग-भेद स्पष्ट रूप से दिखाई देता है, लेकिन इस पर और गहन अध्ययन की आवश्यकता है। अब तक वृद्धावस्था में मस्तिष्क पर हुए अधिकांश शोधों में लिंग को महत्वपूर्ण कारक के रूप में नहीं देखा गया। 2019 तक तंत्रिका विज्ञान और मनोचिकित्सा से जुड़े केवल 5% अध्ययनों ने लिंग के प्रभावों की जांच की थी, जिसके कारण अब तक मिले नतीजे असंगत रहे हैं।


यूनिवर्सिटी ऑफ ओस्लो के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए इस अध्ययन में कुल मस्तिष्क आयतन, उप कॉर्टिकल आयतन, कॉर्टिकल मोटाई और सतह क्षेत्र में लिंग आधारित अंतर पाए गए। दिलचस्प रूप से, हिप्पोकैम्पस, जो स्मृति और सीखने के लिए ज़िम्मेदार क्षेत्र है, में किसी प्रकार का लैंगिक अंतर नहीं देखा गया। हालांकि, जीवन प्रत्याशा को ध्यान में रखते हुए पाया गया कि महिलाओं में वृद्धावस्था के दौरान हिप्पोकैम्पस का आयतन तेजी से घटता है। यह मनोभ्रंश के जोखिम से ज्यादा महिलाओं की लंबी आयु को दर्शाता है।


मस्तिष्क की उम्र बढ़ने में आनुवंशिक और पर्यावरणीय कारक


विशेषज्ञों का कहना है कि मस्तिष्क की उम्र बढ़ने में आनुवंशिक और पर्यावरणीय कारक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे यह शोध और भी जटिल हो जाता है। 2023 की एक समीक्षा में भी यह चेतावनी दी गई थी कि मस्तिष्क से जुड़ी वैज्ञानिक खोजों में लिंग आधारित पूर्वाग्रह महिलाओं के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। शोधकर्ता अब वृद्ध महिलाओं के मस्तिष्क पर अधिक विस्तृत अध्ययन की वकालत कर रहे हैं ताकि मस्तिष्क के क्षय और उससे जुड़ी बीमारियों को बेहतर ढंग से समझा जा सके और उपचार रणनीतियों को अधिक प्रभावी बनाया जा सके।