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पुरुषों में प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव: कैंसर का संकेत

क्या आपने कभी सोचा है कि पुरुषों का प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव आ सकता है? यह स्थिति गंभीर हो सकती है, क्योंकि यह टेस्टिकुलर कैंसर का संकेत हो सकता है। जानें कैसे प्रेग्नेंसी टेस्ट कैंसर का पता लगा सकता है, इसके लक्षण और कारण। डॉक्टरों की सलाह के अनुसार, यदि किसी पुरुष का प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव आता है, तो उसे तुरंत जांच करवानी चाहिए। इस लेख में हम टेस्टिकुलर कैंसर के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
 

पुरुषों का प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव: एक गंभीर मामला

Cancer Sign In Men: क्या आपने कभी सोचा है कि पुरुषों का प्रेग्नेंसी टेस्ट भी पॉजिटिव आ सकता है? जबकि महिलाओं के लिए यह एक खुशखबरी होती है, पुरुषों के लिए यह स्थिति जानलेवा साबित हो सकती है। हाल ही में एक मामला सामने आया था जिसमें एक व्यक्ति ने मजाक में प्रेग्नेंसी टेस्ट किया और उसका परिणाम पॉजिटिव आया। बाद में पता चला कि उसे अंडकोष में कैंसर था। यह जानना महत्वपूर्ण है कि प्रेग्नेंसी टेस्ट ने कैंसर का कैसे पता लगाया।


प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव कैसे होता है?

प्रेग्नेंसी टेस्ट का परिणाम तब पॉजिटिव आता है जब महिला के शरीर में hCG हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। यह हार्मोन तब बनता है जब महिला का पीरियड मिस होता है। पुरुषों में भी कभी-कभी इस हार्मोन का स्तर बढ़ सकता है, जिससे उनका टेस्ट पॉजिटिव आ सकता है।


डॉक्टरों की राय

डॉक्टरों का कहना है कि पुरुषों में hCG का बढ़ा हुआ स्तर टेस्टिकुलर कैंसर का संकेत हो सकता है। हालांकि, यह हर पुरुष के लिए सच नहीं है। अंडकोष कैंसर एक या दोनों अंडकोष में हो सकता है। पीएसआरआई अस्पताल के एक वरिष्ठ कंसल्टेंट, ऑन्कोलॉजिस्ट ने सलाह दी है कि यदि किसी पुरुष का प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव आता है, तो उसे टेस्टिकुलर कैंसर की जांच करवानी चाहिए।


टेस्टिकुलर कैंसर: लक्षण और संकेत

टेस्टिकुलर कैंसर, जिसे वृषण कैंसर भी कहा जाता है, पुरुषों में होता है और यह अंडकोष में विकसित होता है। यह कैंसर 15 से 35 वर्ष के पुरुषों में अधिक आम है। यदि समय पर इलाज किया जाए, तो मरीज के स्वस्थ होने की संभावना 90% तक होती है।


टेस्टिकुलर कैंसर के प्रारंभिक लक्षण


  • अंडकोष में गांठें बनना।

  • अंडकोष के आसपास भारीपन महसूस होना।

  • गांठों में दर्द होना या कभी-कभी न होना।

  • टेस्टिस का आकार बदलना।

  • पीठ में दर्द होना।

  • पेट और कमर में दर्द होना।

  • पुरुषों के स्तनों का बढ़ना।


टेस्टिकुलर कैंसर के कारण


  • रासायनिक उत्पादों के संपर्क में आना।

  • परिवार में कैंसर का इतिहास होना।

  • बांझपन।

  • तंबाकू का सेवन।

  • HIV संक्रमण।

  • डाउन सिंड्रोम।