फैटी लिवर: फिट दिखने वाले भी हो सकते हैं इसके शिकार
फैटी लिवर की समस्या अब केवल मोटे लोगों तक सीमित नहीं रह गई है। फिट दिखने वाले लोग भी इस बीमारी का शिकार हो सकते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, पतले या सामान्य वजन वाले व्यक्तियों में भी नॉन-ओबेस फैटी लिवर की घटनाएं बढ़ रही हैं। यह स्थिति इसलिए चिंताजनक है क्योंकि ऐसे लोग अपनी समस्या को पहचान नहीं पाते। इस लेख में जानें कि कैसे असंतुलित आहार, शराब का सेवन और अन्य कारक फैटी लिवर का कारण बन सकते हैं, और इससे बचने के उपाय क्या हैं।
Dec 31, 2025, 12:48 IST
फैटी लिवर की बढ़ती समस्या
कई लोग यह मानते हैं कि फैटी लिवर केवल मोटे या अस्वस्थ जीवनशैली वाले व्यक्तियों को प्रभावित करता है। लेकिन सच्चाई यह है कि कई बार स्वस्थ और फिट दिखने वाले लोग भी इस समस्या का सामना कर सकते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, पतले या सामान्य वजन वाले व्यक्तियों में नॉन-ओबेस फैटी लिवर की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। यह स्थिति इसलिए चिंताजनक है क्योंकि ऐसे लोग अक्सर अपनी समस्या को पहचान नहीं पाते, जिससे यह बीमारी गंभीर रूप धारण कर लेती है।
फिटनेस का मतलब स्वस्थ होना नहीं
फिट दिखना हमेशा आंतरिक स्वास्थ्य का संकेत नहीं होता। कुछ लोग बाहरी रूप से दुबले होते हैं, लेकिन उनके शरीर में विजरल फैट की मात्रा अधिक हो सकती है। यह छिपा हुआ फैट लिवर में जाकर ट्राइग्लिसराइड्स को जमा करता है, जिससे फैटी लिवर की समस्या उत्पन्न होती है। असंतुलित आहार, नींद की कमी, आनुवंशिक कारक, कम प्रोटीन और उच्च कार्ब डाइट, हल्की शारीरिक गतिविधि और बार-बार बाहर का खाना भी इस समस्या में योगदान करते हैं।
फैटी लिवर के अन्य कारण
फ्राइड फूड, शुगर और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ लिवर पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। पतले व्यक्तियों में शराब का सेवन भी फैटी लिवर का एक सामान्य कारण है। भले ही शरीर फिट दिखे, नियमित शराब का सेवन लिवर में फैट जमा कर सकता है और सूजन को बढ़ा सकता है, जिससे फाइब्रोसिस का खतरा बढ़ता है। इसके अलावा, इंसुलिन रेसिस्टेंस, थायरॉयड असंतुलन और पीसीओएस जैसी स्थितियां भी दुबले व्यक्तियों में फैटी लिवर का कारण बन सकती हैं।
फैटी लिवर से बचाव के उपाय
हर व्यक्ति को साल में कम से कम एक बार लिवर फंक्शन टेस्ट और अल्ट्रासाउंड कराना चाहिए, चाहे वह कितना भी स्वस्थ क्यों न दिखता हो। इसके साथ ही, डाइट में शुगर युक्त पेय, रिफाइंड कार्ब्स, जंक फूड और डीप फ्राइड स्नैक्स को कम करना चाहिए। फल, प्रोटीन, हरी सब्जियां, ओमेगा 3 और फाइबर युक्त भोजन का सेवन करें। रोजाना 30-40 मिनट की स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और तेज चलना भी लिवर में जमा फैट को कम करने में मदद करता है। तनाव को कम करें, शराब का सेवन सीमित करें और पर्याप्त नींद लें।