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बालों के झड़ने की समस्या: मानसून में नियंत्रण के उपाय

आजकल हर उम्र के लोग बालों के झड़ने की समस्या का सामना कर रहे हैं, खासकर मानसून में। विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश के पानी और बढ़ती ह्यूमिडिटी से बालों का पोषण कम होता है, जिससे उनका झड़ना बढ़ जाता है। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे सही डाइट, तनाव प्रबंधन और योग से इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। जानें और अपने बालों की सेहत को बेहतर बनाएं।
 

बालों के झड़ने के कारण और समाधान

बालों के झड़ने की समस्या: आजकल हर आयु वर्ग के लोग बालों के झड़ने की समस्या का सामना कर रहे हैं। पहले यह समस्या आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ होती थी, लेकिन अब 20 से 30 साल के युवा भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि इसके पीछे की असली वजह क्या है? स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि मानसून के दौरान बालों का झड़ना सामान्य दिनों की तुलना में अधिक हो सकता है। बारिश के पानी के संपर्क में आने के बाद बालों का पोषण जड़ से कम हो जाता है। आइए इस विषय पर विस्तार से जानते हैं।


मानसून में बालों का झड़ना क्यों बढ़ता है?


स्वास्थ्य रिपोर्टों के अनुसार, बारिश के पानी से बाल गीले हो जाते हैं, जिससे उनका पोषण कम हो जाता है। इस मौसम में ह्यूमिडिटी बढ़ने से बालों के हाइड्रोजन स्तर में कमी आती है, जिससे वे जड़ से कमजोर हो जाते हैं। इससे बालों के क्यूटिकल्स भी सूज जाते हैं और खुलने लगते हैं, जिससे बाल टूटने लगते हैं। नतीजतन, जहां पहले आपके बाल रोजाना 50 से 100 गिरते थे, अब यह संख्या 250 तक पहुंच सकती है।


विशेषज्ञों की राय


हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के डॉक्टर सौरभ सेठी का कहना है कि हमारे गट का स्वास्थ्य बालों के स्वास्थ्य से जुड़ा होता है। यदि हमारी डाइट संतुलित होगी, तो बालों का झड़ना कम होगा और नए बालों की वृद्धि भी तेज होगी। सही पोषण और बेहतर रक्त संचार से बालों की सेहत में सुधार होता है। कुछ आदतों में बदलाव और सही डाइट से हेयर फॉल को रोका जा सकता है।


हेयर फॉल के अन्य कारण


डाइट: हमारी डाइट में कच्ची सब्जियां और मौसमी फल शामिल होना आवश्यक है। यदि हम हमेशा तला-भुना खाना खाते हैं, तो इससे शरीर में आवश्यक पोषण की कमी हो जाती है, जो हेयर फॉल का कारण बनता है। इसलिए, हमें अपनी डाइट में प्रोटीन की मात्रा बढ़ानी चाहिए।


सिगरेट: पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं में भी धूम्रपान की आदतें बढ़ रही हैं। सिगरेट हमारे शरीर से आवश्यक पोषक तत्वों को कम कर सकती है, जिससे हेयर फॉल हो सकता है। एक अध्ययन के अनुसार, 24% लोग जो हेयर फॉल का सामना कर रहे हैं, वे धूम्रपान करने वाले होते हैं।



तनाव: अत्यधिक तनाव से शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ता है, जो मूड स्विंग्स के साथ-साथ पोषक तत्वों की कमी भी करता है। इस हार्मोन के बढ़ने से प्राकृतिक बालों की वृद्धि की प्रक्रिया रुक जाती है।


योग: शारीरिक और मानसिक संतुलन के लिए योग करना चाहिए। यह तनाव को कम करने का एक प्रभावी तरीका है। गहरी सांस लेने वाले व्यायाम करने से बेहतर नींद आती है और हार्मोन संतुलित रहते हैं। इसलिए, रोजाना 10 से 15 मिनट योग अवश्य करें।


विटामिन-A: बालों की सेहत के लिए शरीर में विटामिन-ए की पर्याप्त मात्रा होना आवश्यक है। यह विटामिन बालों की वृद्धि में मदद करता है। इसलिए, अपनी डाइट में गाजर, पपीता और पीली सब्जियां जैसे कद्दू और जुकिनी शामिल करें।