बॉलीवुड के दिग्गज धर्मेंद्र का निधन: एक युग का अंत
धर्मेंद्र का निधन
बॉलीवुड के अमर ही-मैन, धर्मेंद्र, जिन्होंने अपने दमदार एक्शन और दिल को छू लेने वाली अदाकारी से दर्शकों का दिल जीता, आज सुबह 89 वर्ष की आयु में मुंबई में निधन हो गए। उनका निधन उम्र से संबंधित बीमारियों के कारण हुआ, जिसमें लंबे समय से सांस लेने में कठिनाई (डिस्पेनिया) शामिल थी। अस्पताल में कई दिनों तक इलाज के बाद, वे घर लौट आए थे, लेकिन आज सुबह उनकी स्थिति बिगड़ गई। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे असफल रहे। उनका अंतिम संस्कार मुंबई के पवन हंस श्मशान घाट पर आज शाम को होगा।
धर्मेंद्र की विरासत
धर्मेंद्र के निधन से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'भारतीय सिनेमा के एक युग का अंत हो गया।' कई प्रमुख सितारों जैसे अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, सलमान खान और अक्षय कुमार ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस समय #RIPDharmendra ट्रेंड कर रहा है, जहां लाखों प्रशंसक उनकी फिल्मों के प्रसिद्ध डायलॉग साझा कर रहे हैं।
धर्मेंद्र की स्वास्थ्य समस्याएं
धर्मेंद्र ने अपने 60 साल के करियर में 300 से अधिक फिल्मों में काम किया। 'शोले' के वीरू से लेकर 'धर्मवीर' के धीरज और 'चुपके चुपके' की कॉमेडी तक, उन्होंने हर भूमिका में जादू बिखेरा। 2012 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। वे पंजाब के नगीना से लुधियाना होते हुए मुंबई आए और किसानों के बेटे से सुपरस्टार बने। उनकी व्यक्तिगत जिंदगी भी फिल्मी रही, जिसमें दो शादियां और छह बच्चे शामिल हैं।
डिस्पेनिया: एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या
धर्मेंद्र लंबे समय से डिस्पेनिया से जूझ रहे थे, जो सांस लेने में कठिनाई का संकेत है। यह कोई बीमारी नहीं है, बल्कि शरीर में किसी गड़बड़ी का संकेत है। जब फेफड़े या दिल ऑक्सीजन को सही तरीके से नहीं पहुंचा पाते, तब यह समस्या उत्पन्न होती है। डॉक्टरों के अनुसार, उम्र बढ़ने के साथ उनकी सांस की नलियां कमजोर हो गई थीं, जिससे उन्हें चलने-फिरने में भी कठिनाई होती थी।
डिस्पेनिया के कारण
फेफड़ों की कमजोरी: अस्थमा, निमोनिया या पुरानी बीमारियों जैसे COPD।
दिल की समस्याएं: हार्ट फेलियर या उच्च रक्तचाप से रक्त में ऑक्सीजन की कमी।
खून की कमी: एनीमिया या आयरन की कमी से शरीर को हवा नहीं मिलती।
अन्य कारण: मोटापा, एलर्जी, तनाव या फेफड़ों में खून का थक्का।
धर्मेंद्र को अक्टूबर से सांस लेने में कठिनाई थी और नवंबर में उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। समय पर इलाज से कई जिंदगियों को बचाया जा सकता है।
लक्षण और उपचार
कुछ सामान्य लक्षण जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए: थोड़ी मेहनत करने पर सांस फूलना, रात में सोते समय घुटन महसूस होना, होंठ या नाखून का नीला पड़ना, लगातार खांसी, और तेज चलने या सीढ़ियां चढ़ने में सांस फूलना। यदि ऐसे लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। जांच जैसे X-रे, ब्लड टेस्ट या इको से मूल कारण का पता लगाया जा सकता है। उपचार में दवाएं, ऑक्सीजन थेरेपी या सर्जरी शामिल हो सकती हैं। धर्मेंद्र का निधन सिनेमा के एक अध्याय का अंत है, लेकिन उनकी यादें हमेशा फैंस के दिलों में जीवित रहेंगी।