भारत पर अमेरिकी प्रतिबंध: ट्रंप का बयान और मोदी की प्रतिक्रिया
ट्रंप का भारत पर प्रतिबंध का संकेत
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को जानकारी दी कि उन्होंने भारत पर रूसी तेल खरीदने के लिए प्रारंभिक प्रतिबंध लगाए हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अभी तक उन्होंने 'चरण दो या चरण तीन' के तहत कोई और प्रतिबंध नहीं लगाया है।
पोलिश पत्रकार के सवाल पर ट्रंप की प्रतिक्रिया
जब ट्रंप पोलैंड के राष्ट्रपति करोल नवरोकी के साथ ओवल ऑफिस में द्विपक्षीय वार्ता कर रहे थे, तभी एक पोलिश पत्रकार ने उनसे पूछा कि उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रति निराशा व्यक्त की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। इस पर ट्रंप ने कहा, 'आपको कैसे पता कि कोई कार्रवाई नहीं हुई? भारत पर प्रतिबंध लगाना, जो चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा खरीदार है, क्या आप इसे कार्रवाई नहीं मानते?'
भारत को चेतावनी
ट्रंप ने दो सप्ताह पहले कहा था कि यदि भारत तेल खरीदता है, तो उसे गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। जब उनसे चीन की सैन्य परेड में पुतिन और किम जोंग उन की उपस्थिति के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि उन्होंने भारत के मामले में पहले ही कार्रवाई की है।
टैरिफ का प्रभाव
ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया है, और रूसी तेल की खरीद पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क भी लगाया है, जिससे कुल शुल्क 50 प्रतिशत हो गया है। यह शुल्क 27 अगस्त से लागू हो चुका है।
मोदी का बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि वे किसानों, पशुपालकों और लघु उद्योगों के हितों से समझौता नहीं कर सकते। उन्होंने चेतावनी दी कि 'हम पर दबाव बढ़ सकता है, लेकिन हम इसे सहन करेंगे।'
भारत की प्रतिक्रिया
भारत ने अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ को 'अनुचित' बताया है और कहा है कि वह अपने राष्ट्रीय हितों और आर्थिक सुरक्षा की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।