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भारत में जेएन1 कोरोना वायरस का नया प्रकार: स्वास्थ्य विभाग की सलाह

भारत में जेएन1 नामक कोरोना वायरस का नया प्रकार तेजी से फैल रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि इसके प्रसार को नियंत्रित करने के लिए टीकाकरण की आवश्यकता नहीं है। इस वायरस के लक्षण बुखार, सर्दी, खांसी, और शरीर में दर्द हैं, लेकिन मरीज आमतौर पर एक सप्ताह में ठीक हो जाते हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सभी राज्यों को एहतियाती कदम उठाने की सलाह दी है। जानें इस वायरस के बारे में और क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
 

जेएन1 कोरोना वायरस का प्रसार

भारत में जेएन1 नामक कोरोना वायरस का एक नया प्रकार फैल रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए टीकाकरण की आवश्यकता नहीं है। भारत में पहली कोरोना लहर अक्टूबर 2020 में अपने चरम पर थी, जबकि दूसरी लहर अप्रैल 2021 में आई। जनवरी 2021 में टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जिसमें दो खुराकें दी गईं। लगभग 95 प्रतिशत लोगों ने पहली खुराक और 88 प्रतिशत ने दूसरी खुराक प्राप्त की। जनवरी 2022 में तीसरी लहर के दौरान, बूस्टर टीकाकरण कार्यक्रम शुरू किया गया, जिसमें 23 करोड़ लोगों को बूस्टर वैक्सीन दी गई थी।



इस बीच, जेएन1 कोरोना वायरस का नया प्रकार भारत सहित 40 से अधिक देशों में फैल रहा है। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी है। इंडियन कोरोना जेनेटिक्स कंसोर्टियम (INSAGAC) के अध्यक्ष एनके अरोड़ा ने बताया कि भारत में लगभग 88 प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीन की दो खुराकें मिल चुकी हैं। केवल 60 वर्ष से अधिक उम्र के सह-रुग्णताओं वाले व्यक्तियों को बूस्टर टीका दिया गया था। वर्तमान में जेएन1 प्रकार के कोरोना वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए किसी टीके की आवश्यकता नहीं है। इस वायरस से बुखार, सर्दी, खांसी, दस्त और शरीर में दर्द जैसे लक्षण होते हैं, लेकिन मरीज एक सप्ताह के भीतर ठीक हो जाते हैं। अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या काफी कम है और हताहतों की संख्या एकल अंक में है।


देशभर में कोरोना टेस्ट बढ़ाने की आवश्यकता है। हमने राज्य सरकारों को आनुवंशिक विश्लेषण के लिए थूक के नमूने भेजने की सलाह दी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि किस प्रकार का कोरोना वायरस फैल रहा है। यदि जनता सतर्क रहे, तो स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है। डरने की कोई आवश्यकता नहीं है, उन्होंने यह भी कहा।

विश्व स्वास्थ्य संगठन की दक्षिण पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक पूनम ने हाल ही में कहा, 'कोरोनावायरस लगातार उत्परिवर्तित हो रहा है। सर्दी और त्योहारों के मौसम में सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ बढ़ जाती है, जिससे जेएन1 वायरस तेजी से फैलता है। इसकी उग्रता कम है, लेकिन संबंधित देशों की सरकारों को वायरस के प्रसार को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाने चाहिए।'

महाराष्ट्र के पुणे स्थित प्रमुख दवा कंपनी सीरम ने कहा, 'सर्दियों के मौसम में जेएन1 कोरोना वायरस का प्रसार थोड़ा बढ़ गया है। लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन वरिष्ठ नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए। सार्वजनिक स्थानों पर जाते समय फेस मास्क पहनना अनिवार्य है। XPB1 वायरस के लिए विकसित वैक्सीन का उपयोग JN1 वायरस के प्रसार को रोकने में भी किया जा सकता है।'

656 नए मामले: देश में कल 656 नए कोरोना संक्रमित पाए गए, जिससे कुल संक्रमितों की संख्या 3,742 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि केरल में एक व्यक्ति की मौत हो गई। इससे पहले 752 नए मामलों की पुष्टि हुई थी।