मसल्स को मजबूत बनाने के लिए आयुर्वेदिक उपाय
मसल्स का महत्व और उनकी मजबूती
हमारी शरीर की मांसपेशियाँ अत्यंत महत्वपूर्ण होती हैं, इसलिए इनका स्वस्थ रहना आवश्यक है। कमजोर मांसपेशियों के कारण कई स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। यदि मांसपेशियाँ एक बार कमजोर हो जाएँ, तो इससे विभिन्न बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।
मांसपेशियों को हमेशा स्वस्थ रखने के लिए संतुलित आहार के साथ-साथ आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन भी करना चाहिए। इससे न केवल मांसपेशियाँ मजबूत होंगी, बल्कि शरीर में ऊर्जा भी बढ़ेगी और यह अधिक बलिष्ठ बनेगा। आइए जानते हैं कि मांसपेशियों को विकसित करने के लिए कौन-कौन सी आयुर्वेदिक औषधियाँ सहायक हो सकती हैं।
आयुर्वेदिक औषधियाँ
1. अश्वगंधा, शतावरी, सफेद मूसली, काली मूसली, कौंच के बीज, बला बीज, विधयेरा, सालम मिश्री, सालम पंजा, और शिलाजीत जैसी औषधियाँ मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करती हैं और शरीर में ताकत उत्पन्न करती हैं।
इन औषधियों का सेवन व्यक्ति की पाचन शक्ति के अनुसार किया जाना चाहिए। आमतौर पर, 2 से 5 ग्राम तक का सेवन सुरक्षित होता है और इनका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता।
2. इसके अतिरिक्त, मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए सरसों का तेल, तिल का तेल, और नारियल का तेल से मालिश करने से भी लाभ होता है।
3. नवजात शिशुओं के लिए जैतून के तेल से मालिश करने से उनकी मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं। यदि जैतून का तेल उपलब्ध न हो, तो नारियल के तेल से भी मालिश की जा सकती है।