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महिलाओं की लंबी उम्र: पुरुषों की तुलना में क्यों होती हैं अधिक उम्रदराज?

क्या आपने कभी सोचा है कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक क्यों जीती हैं? इस लेख में हम जानेंगे कि इसके पीछे क्या कारण हैं, जैसे जोखिम लेने की प्रवृत्ति, दिल की बीमारियाँ, और सामाजिक जुड़ाव। जानें कि पुरुषों को अपनी स्वास्थ्य आदतों में क्या सुधार करना चाहिए ताकि वे भी लंबी और स्वस्थ जिंदगी जी सकें।
 

महिलाओं की अधिक उम्र का रहस्य

क्या आपने कभी सोचा है कि हमारे चारों ओर ज्यादातर बुजुर्ग महिलाएं क्यों होती हैं? जब हम किसी बड़े समूह को देखते हैं, तो वहां भी पुरुषों की तुलना में महिलाएं अधिक होती हैं। यदि आप ध्यान दें, तो यह कोई संयोग नहीं है।




आंकड़े बताते हैं कि औसतन, महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक समय तक जीवित रहती हैं। वैश्विक स्तर पर, महिलाओं का जीवनकाल पुरुषों से लगभग 7 साल अधिक होता है। 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में, 57% महिलाएं होती हैं, और 85 वर्ष की आयु तक यह आंकड़ा 67% तक पहुंच जाता है। तो, पुरुषों के साथ क्या होता है? वे औसतन जल्दी क्यों दुनिया को अलविदा कहते हैं? इसके पीछे कई कारण हैं, जो बचपन से शुरू होते हैं और धीरे-धीरे इस अंतर को बढ़ाते हैं।


 


जोखिम लेने की प्रवृत्ति


पुरुषों में जोखिम उठाने की प्रवृत्ति अधिक होती है, और यह कहीं न कहीं हमारी जैविक संरचना से जुड़ी हुई है। हमारा मस्तिष्क, विशेषकर वह हिस्सा जो निर्णय लेने और उसके परिणामों पर विचार करने में मदद करता है, लड़कों में लड़कियों की तुलना में थोड़ा धीमी गति से विकसित होता है। यही कारण है कि दुर्घटनाओं, जैसे बाइक रेसिंग, नशे में गाड़ी चलाना या हिंसा में अधिकतर पुरुष ही जान गंवाते हैं। यह प्रवृत्ति केवल खतरनाक कार्यों तक सीमित नहीं है, बल्कि कई पुरुष धूम्रपान या अत्यधिक शराब पीने जैसी गलत आदतों में भी पड़ जाते हैं।




खतरनाक पेशे


कुछ सबसे खतरनाक और जोखिम भरे पेशे, जैसे सेना, अग्निशामक और निर्माण स्थलों पर काम करना, इनमें पुरुषों की संख्या महिलाओं की तुलना में कहीं अधिक होती है। इन कार्यों में जान का खतरा भी अधिक होता है।




दिल की बीमारियाँ


पुरुष दिल की बीमारियों से अधिक और कम उम्र में मरते हैं। आंकड़ों के अनुसार, पुरुषों में महिलाओं की तुलना में दिल की बीमारी से मरने की संभावना 50% अधिक होती है। इसका एक कारण एस्ट्रोजन हार्मोन का कम होना भी हो सकता है, लेकिन साथ ही, खराब जीवनशैली और अनियंत्रित उच्च रक्तचाप भी इसका एक बड़ा कारण है।




डॉक्टरों से दूरी


आपने शायद देखा होगा कि पुरुष अक्सर डॉक्टर के पास जाने से बचते हैं। वे नियमित जांच नहीं करवाते और लक्षणों को नजरअंदाज करते रहते हैं। यह आदत उन्हें छोटी-मोटी बीमारियों का शिकार बनाती है, जो आगे चलकर बड़ी और जानलेवा बन जाती हैं।




आत्महत्या का अधिक खतरा


हालांकि महिलाओं में डिप्रेशन अधिक सामान्य है और वे आत्महत्या की कोशिशें भी अधिक करती हैं, लेकिन पुरुषों में आत्महत्या की दर अधिक होती है। इसकी एक वजह यह हो सकती है कि पुरुष अपनी मानसिक परेशानियों को दूसरों से साझा करने में हिचकिचाते हैं और मदद लेने से कतराते हैं। हमारे समाज में पुरुषों से यही अपेक्षा की जाती है कि वे 'मजबूत' रहें, और यह सोच उन्हें चुपचाप अंदर ही अंदर घुटने पर मजबूर कर देती है।




कम सामाजिक जुड़ाव


यह थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन जिन लोगों का सामाजिक दायरा छोटा होता है और जिनके दोस्त कम होते हैं, उनकी उम्र कम होती है। पुरुषों में महिलाओं की तुलना में सामाजिक मेलजोल कम होता है, और यह भी उनकी उम्र पर असर डालता है।


 


लंबी उम्र के लिए क्या करें?


हालांकि कुछ चीजें हम नहीं बदल सकते, लेकिन कुछ आदतों को सुधार सकते हैं। यदि पुरुष नियमित रूप से डॉक्टर के पास जाएं, अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें, और यदि उन्हें कोई भी परेशानी (चाहे वह शारीरिक हो या मानसिक) हो, तो मदद लेने से न कतराएं। ऐसा करने से वे अपनी जिंदगी को और लंबा और बेहतर बना सकते हैं। याद रखें, ये सभी आंकड़े औसत पर आधारित हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि हर पुरुष जल्दी मरेगा। आपकी जीवनशैली, स्वास्थ्य और आदतें तय करती हैं कि आप कितनी लंबी और स्वस्थ जिंदगी जिएंगे।