महिलाओं के चेहरे पर अनचाहे बालों का बढ़ना: फास्ट फूड का प्रभाव
नई दिल्ली में बढ़ती समस्या
नई दिल्ली: वर्तमान समय में युवा लड़कियों और महिलाओं में चेहरे पर अनचाहे बालों (दाढ़ी-मूंछ) की समस्या तेजी से बढ़ रही है। इसे चिकित्सा क्षेत्र में 'हिर्सुटिज्म' (Hirsutism) के नाम से जाना जाता है। पहले इसे हार्मोनल परिवर्तन या पीसीओडी से जोड़ा जाता था, लेकिन हालिया शोध ने इसके पीछे की असली और चौंकाने वाली वजहों का खुलासा किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि इसके लिए केवल हार्मोन ही नहीं, बल्कि बदलती जीवनशैली और फास्ट फूड का अत्यधिक सेवन भी जिम्मेदार है। यदि आप बर्गर, फ्रेंच फ्राइज और तली-भुनी चीजों की शौकीन हैं, तो यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकती है।
फास्ट फूड का प्रभाव
रूसी वेबसाइट 'इजवेस्टिया' की एक रिपोर्ट के अनुसार, लड़कियों की डाइट में फास्ट फूड की अधिकता उनके चेहरे की सुंदरता को प्रभावित कर रही है। बर्गर, फ्राइज और मिठाइयों में चीनी, नमक और ट्रांस फैट की मात्रा अधिक होती है। इनका सेवन करने से शरीर में 'इंसुलिन रेजिस्टेंस' बढ़ता है। जब इंसुलिन का संतुलन बिगड़ता है, तो यह सीधे शरीर के हार्मोनल सिस्टम को प्रभावित करता है और महिलाओं में पुरुष हार्मोन (एण्ड्रोजन) का स्तर बढ़ा देता है। यही बढ़ा हुआ पुरुष हार्मोन लड़कियों के चेहरे, ठोड़ी और गालों पर मोटे और काले बालों के उगने का मुख्य कारण बनता है।
विशेषज्ञों की चेतावनी
WHO की विशेषज्ञ और सिनर्जी यूनिवर्सिटी में स्त्री रोग विशेषज्ञ ल्यूबोव येरोफेयेवा ने इस पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि लड़कियों के लिए सबसे संवेदनशील समय वह होता है जब उनके पीरियड्स शुरू होते हैं। किशोरावस्था में हार्मोनल बदलाव होते हैं, और यदि इस दौरान जंक फूड, फ्राइड और मीठा अधिक खाया जाता है, तो समस्या और बढ़ जाती है। जंक फूड से मोटापा बढ़ता है, जिससे एस्ट्रोजन और 'फ्री टेस्टोस्टेरोन' का स्तर अनियंत्रित हो जाता है, जो अनचाहे बालों का कारण बनता है।
समस्या का समाधान
अक्सर लड़कियां चेहरे पर बाल देखकर घबरा जाती हैं और जल्दबाजी में रेजर या शेविंग का सहारा ले लेती हैं, जो समस्या को और बढ़ा देता है। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि बिना विशेषज्ञ की सलाह के कोई भी घरेलू उपाय या शेविंग न करें। इस समस्या का सही समाधान ब्यूटी पार्लर में नहीं, बल्कि एक स्वस्थ डाइट में है। हार्मोनल बैलेंस की जांच आवश्यक है। डॉक्टरों का कहना है कि दवाओं और लेजर ट्रीटमेंट के साथ-साथ यदि डाइट से जंक फूड को हटा दिया जाए और वजन को नियंत्रित किया जाए, तो इस समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा पाया जा सकता है।