महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक अनोखी पहल: साधना राठौर बनीं एक दिन की कोतवाल
मुरादाबाद में मिशन शक्ति का प्रभाव
मुरादाबाद :- मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत पूरे प्रदेश में महिलाओं और छात्राओं को जागरूक करने के लिए एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और लड़कियों में नेतृत्व की भावना को विकसित करना है। मुरादाबाद की सदर कोतवाली क्षेत्र में, 11वीं कक्षा की छात्रा साधना राठौर को एक दिन के लिए कोतवाल नियुक्त किया गया। साधना ने कोतवाल का चार्ज लेते ही सक्रियता दिखाई और फरियादियों की समस्याओं को सुनते हुए मुकदमा दर्ज करने और मेडिकल कराने के आदेश दिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
साधना राठौर के लिए यह अनुभव एक सपने के समान था। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि पढ़ाई के दौरान न्याय की जिम्मेदारी संभालना इतना सरल हो सकता है। जब साधना अपने स्कूल की अन्य छात्राओं के साथ कोतवाली पहुंची, तो वहां के प्रभारी विजेंद्र सिंह ने उनका स्वागत करते हुए कहा कि आज वह एक दिन के लिए कोतवाल हैं।
एक दिन की कोतवाल के रूप में, साधना ने कोतवाली का निरीक्षण किया और वहां मौजूद सभी पुलिसकर्मियों से परिचय प्राप्त किया। उन्होंने अपने ऑफिस के बाहर बैठे फरियादियों को अंदर बुलाया, उन्हें हल्का-फुल्का कुछ खाने को दिया और उनके प्रार्थना पत्रों को पढ़ा। इसके बाद, उन्होंने सीओ सिटी से शिकायत पत्र पर चर्चा की और दो महिला फरियादियों से सवाल पूछे। साधना ने इंस्पेक्टर विजेंद्र सिंह को मुकदमा दर्ज करने और मेडिकल कराने के निर्देश दिए। उन्होंने दोनों महिलाओं को आश्वासन दिया कि उन्हें न्याय मिलेगा और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जब साधना कोतवाली से बाहर निकलीं, तो उन्होंने खुशी से कहा कि आज उन्हें कोतवाली का प्रभारी बनने का अवसर मिला। उन्होंने हेल्प डेस्क का निरीक्षण किया और एक बुजुर्ग महिला की शिकायत पर कार्रवाई की। साधना ने कहा कि प्रदेश सरकार की इस अनोखी पहल से हजारों बेटियां सीख रही हैं कि न्याय की जिम्मेदारी संभालना कितना आसान और आवश्यक है। यही मिशन शक्ति का मुख्य उद्देश्य है।