महिलाओं में फैटी लिवर: कारण, लक्षण और बचाव के उपाय
फैटी लिवर के कारण
यदि जीवनशैली सही नहीं है, तो कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। फैटी लिवर भी इनमें से एक है, जो लिवर से जुड़ी समस्या है, जिसमें इस अंग में अतिरिक्त वसा जमा हो जाता है। यह आमतौर पर शराब, धूम्रपान और अस्वास्थ्यकर आहार के कारण होता है। हाल ही में मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में लिवर टेस्टिंग मशीन के माध्यम से फैटी लिवर की स्क्रीनिंग की गई, जिसमें यह पाया गया कि यहां महिलाओं में इस बीमारी का प्रकोप पुरुषों की तुलना में अधिक है।
BMI के माध्यम से जांच
डॉक्टर आलोक चौरसिया ने बताया कि जांच में बॉडी मास इंडेक्स (BMI) का उपयोग किया गया था। इस इंडेक्स में कमर के चारों ओर का मांस, ऊंचाई और वजन के अनुसार शरीर का वजन मापा जाता है। यदि महिलाओं की कमर का माप 80 सेंटीमीटर से अधिक है, तो उन्हें फैटी लिवर की श्रेणी में रखा जाता है। इसके बाद खून की जांच से भी इस बीमारी की पुष्टि की गई।
महिलाओं में फैटी लिवर के प्रमुख कारण
फैटी लिवर का मुख्य कारण शराब का सेवन है, लेकिन महिलाओं में इसके अन्य कारण भी हो सकते हैं, जैसे मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल, दवाओं का अत्यधिक सेवन और हार्मोनल असंतुलन। इसके अलावा, अधिक वजन भी इस समस्या का एक कारण है।
फैटी लिवर के लक्षण
- थकान महसूस होना।
- पेट में दर्द, विशेषकर दाहिनी ओर।
- त्वचा का पीला होना।
- गहरे रंग का पेशाब आना।
- शरीर में सूजन।
- भूख में कमी।
- वजन में कमी।
- सुबह उल्टी या मतली।
- अपच की समस्या।
बचाव के उपाय
- वजन कम करने के लिए नियमित व्यायाम करें।
- संतुलित आहार लें, जिसमें साबुत अनाज, मौसमी फल और सब्जियां शामिल हों।
- शराब और धूम्रपान से दूर रहें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
- फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ाएं।
- ग्रीन टी और हर्बल चाय का सेवन करें।