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माइग्रेन से राहत पाने के लिए सही खानपान और जीवनशैली के उपाय

माइग्रेन एक आम समस्या है, जो सिरदर्द के साथ उल्टी और रोशनी से परेशानी का कारण बनती है। इस लेख में, जानें कि माइग्रेन के दौरान आपको क्या खाना चाहिए और किन चीजों से बचना चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार, सही खानपान और जीवनशैली में बदलाव करके माइग्रेन के लक्षणों को कम किया जा सकता है। जानें कैसे योग, ध्यान और उचित नींद से आप अपनी स्थिति को बेहतर बना सकते हैं।
 

माइग्रेन: एक आम समस्या


आजकल, जीवनशैली से जुड़ी कई समस्याएं आम हो गई हैं, जिनमें से एक माइग्रेन भी है। आपने अक्सर लोगों को यह कहते सुना होगा कि उन्हें सिरदर्द की समस्या है, जिसमें सिर में तेज दर्द होता है। इसके साथ ही, उल्टी का अनुभव और रोशनी तथा शोर से परेशानी भी होती है। कभी-कभी यह दर्द इतना गंभीर हो जाता है कि दवाओं या इंजेक्शन का सहारा लेना पड़ता है। इसलिए, इससे बचने के लिए विशेषज्ञों की सलाह पर ध्यान देना आवश्यक है।


सही खानपान और जीवनशैली का महत्व

माइग्रेन के दौरान उचित खानपान और जीवनशैली का ध्यान रखना बेहद आवश्यक है। कुछ खाद्य पदार्थ माइग्रेन के दर्द को बढ़ा सकते हैं। यदि आपके परिवार में माइग्रेन की समस्या है या आप स्वयं इससे पीड़ित हैं, तो यह जानना महत्वपूर्ण है कि आपको क्या खाना चाहिए और किन चीजों से बचना चाहिए।


दिल्ली के श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट की न्यूरोलॉजी की प्रिंसिपल कंसल्टेंट, डॉ. संध्या कोचे के अनुसार, माइग्रेन एक ऐसा सिरदर्द है जो अक्सर सिर के एक तरफ होता है और बहुत तेज होता है। इसके साथ मतली, उल्टी और तेज रोशनी या शोर से परेशानी होती है। यह दर्द कुछ घंटों से लेकर कई दिनों तक रह सकता है और यह तनाव, नींद की कमी, खराब आहार या हार्मोनल बदलावों के कारण हो सकता है।


माइग्रेन में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?

माइग्रेन के दौरान अपने आहार का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण है। कुछ खाद्य पदार्थ माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं, जबकि कुछ पोषक तत्व इसके लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। माइग्रेन से पीड़ित व्यक्तियों को हरी सब्जियाँ, ताजे फल, साबुत अनाज और मेवे खाने चाहिए। ये खाद्य पदार्थ शरीर को आवश्यक विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करते हैं।


हालांकि, कुछ खाद्य पदार्थों से बचना भी आवश्यक है, जैसे चॉकलेट, कैफीन, अधिक चीनी, प्रोसेस्ड फ़ूड और अधिक नमक। इनका सेवन माइग्रेन की समस्या को बढ़ा सकता है।


माइग्रेन को प्राकृतिक रूप से कैसे नियंत्रित करें?

माइग्रेन को पूरी तरह से ठीक करना कठिन है, लेकिन जीवनशैली और खानपान में बदलाव करके इसके लक्षणों को कम किया जा सकता है। रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद लेना आवश्यक है, क्योंकि नींद की कमी से समस्या बढ़ सकती है। तनाव को कम करने के लिए योग और ध्यान करें।


शरीर को हाइड्रेटेड रखना भी महत्वपूर्ण है, इसलिए दिनभर पर्याप्त पानी पीना चाहिए। सही समय पर भोजन करना भी आवश्यक है, क्योंकि समय पर न खाने से ब्लड शुगर का संतुलन बिगड़ सकता है। इसके अलावा, माइग्रेन को ट्रिगर करने वाले खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। नियमित व्यायाम भी फायदेमंद होता है, क्योंकि यह तनाव को कम करने और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।