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युवाओं के नाश्ते में बादाम और फल: खुशी का नया तरीका

हाल के एक सर्वेक्षण में यह सामने आया है कि 97% युवा और अमीर भारतीय खुशी के क्षणों में नाश्ते के रूप में बादाम, फल और सूखे मेवे पसंद करते हैं। इस अध्ययन में विभिन्न शहरों के 3,037 अमीर शहरी पुरुषों और महिलाओं की राय शामिल की गई थी। सर्वेक्षण से पता चलता है कि लोग स्वास्थ्यवर्धक नाश्ते की ओर बढ़ रहे हैं और उन्हें नाश्ता करने के बाद कोई ग्लानि महसूस नहीं होती। जानें इस दिलचस्प अध्ययन के बारे में और अधिक।
 

खुशियों में नाश्ते का महत्व

हेल्थ कार्नर: हाल ही में एक अध्ययन में यह सामने आया है कि 97 प्रतिशत युवा और संपन्न भारतीय अपने खुशी के क्षणों में नाश्ते के रूप में बादाम, फल और अन्य सूखे मेवे पसंद करते हैं।


सर्वेक्षण की जानकारी

मार्केट रिसर्च कंपनी लेप्सोस द्वारा किए गए इस सर्वे में यह पाया गया कि युवा और अमीर वयस्क भारतीयों के लिए नाश्ता करना खुशी व्यक्त करने का एक तरीका बन गया है। जब भी ये लोग खुश होते हैं, तो 97 प्रतिशत नाश्ते में बादाम, फल और सूखे मेवे लेना पसंद करते हैं।


शहरों का विश्लेषण

इस सर्वे में दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू, हैदराबाद, चंडीगढ़, नागपुर, भोपाल और कोयंबतूर के 18 से 35 वर्ष के 3,037 अमीर शहरी पुरुषों और महिलाओं की राय शामिल की गई थी। बेंगलूरू, चंडीगढ़ और कोयंबतूर में 99 प्रतिशत लोगों ने खुशी के अवसर पर नाश्ते में बादाम लेने की बात कही।


स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता

सर्वे में यह भी बताया गया कि युवा और अमीर वयस्क नाश्ते में स्वादिष्ट, मजेदार, गर्म और कुरकुरी चीजें चाहते हैं, लेकिन साथ ही वे स्वास्थ्यवर्धक, पौष्टिक और ऊर्जा से भरपूर नाश्ता भी पसंद करते हैं। यह दर्शाता है कि लोगों की मानसिकता में सकारात्मक बदलाव आया है और वे स्वास्थ्यवर्धक नाश्ते की ओर बढ़ रहे हैं।


ग्लानि का अनुभव

सर्वे में यह भी उल्लेख किया गया कि 82 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें नाश्ता करने के बाद कोई ग्लानि महसूस नहीं होती। इस संदर्भ में मुंबई में 92 प्रतिशत, चंडीगढ़ में 86 प्रतिशत और बेंगलुरू में 85 प्रतिशत लोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।