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युवाओं में दिल की सेहत के लिए खतरनाक आदतें और उनका समाधान

दिल की बीमारियों का प्रकोप युवाओं में तेजी से बढ़ रहा है। इस लेख में, हम उन आदतों पर चर्चा करेंगे जो दिल की सेहत के लिए हानिकारक हैं। जानें कि कैसे बैठने की आदत, फल-सब्जियों की कमी, दांतों की देखभाल की अनदेखी, धूम्रपान और तनाव का प्रबंधन आपके दिल पर असर डाल सकता है। विश्व हृदय दिवस के अवसर पर, सही जानकारी के साथ अपनी सेहत का ध्यान रखें।
 

विश्व हृदय दिवस: युवाओं के लिए दिल की सेहत का महत्व

देश और दुनिया में दिल की बीमारियों का बढ़ता प्रकोप - हाल के वर्षों में दिल की बीमारियों से प्रभावित मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। यह समस्या केवल वृद्ध लोगों तक सीमित नहीं है, बल्कि युवा पीढ़ी भी इससे प्रभावित हो रही है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए, दिल की सेहत को बनाए रखने के लिए सही जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है। हर साल 29 सितंबर को 'विश्व हृदय दिवस' मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य इस जागरूकता को फैलाना है। यह देखा गया है कि युवावस्था में की गई गलतियों का प्रभाव बाद में स्वास्थ्य पर पड़ता है। इस लेख में, हम उन गलतियों के बारे में चर्चा करेंगे जो युवाओं के दिल की सेहत के लिए हानिकारक हो सकती हैं।



बैठने की आदत और शारीरिक गतिविधियों की कमी

आपने अक्सर सुना होगा कि जवानी में अधिक बैठना बुढ़ापे में समस्याएं पैदा कर सकता है। यह स्वास्थ्य के लिए भी सही है। जो लोग लंबे समय तक बैठते हैं, उन्हें दिल की बीमारियों का खतरा अधिक होता है। लंबे समय तक बैठने से रक्त संचार में बाधा आती है और धमनियां संकुचित हो जाती हैं, जिससे दिल पर दबाव बढ़ता है। 2015 में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि लंबे समय तक बैठने से हृदय रोग का खतरा 14 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। इसलिए, यदि आपकी नौकरी डेस्क पर है, तो बाकी समय में अधिक से अधिक शारीरिक गतिविधियों में भाग लें।


फल और सब्जियों की कमी

यदि आप फल और सब्जियों का सेवन कम करते हैं, तो आप कई बीमारियों को आमंत्रित कर रहे हैं। 2014 के एक अध्ययन में यह पाया गया कि दिन में केवल पांच सर्विंग फल और सब्जियां खाने से दिल की बीमारियों से मरने का खतरा 20 प्रतिशत तक कम हो सकता है। जो लोग अपने आहार में फल और सब्जियों की कमी रखते हैं, वे मोटापे और उच्च रक्तचाप जैसी समस्याओं का शिकार हो सकते हैं, जो हृदय रोगों को बढ़ावा देती हैं।


दांतों की देखभाल की अनदेखी

आपकी दंत चिकित्सा का आपके हृदय स्वास्थ्य से गहरा संबंध है। जो लोग दांतों की सफाई में लापरवाह होते हैं, उन्हें मसूड़ों की बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। मसूड़ों की बीमारी वाले व्यक्तियों में दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है। इसलिए, अपने दिल की सेहत के लिए नियमित रूप से ब्रश करें और फ्लॉसिंग करना न भूलें।


धूम्रपान और गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन

धूम्रपान हमेशा से दिल की सेहत के लिए हानिकारक रहा है। यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे छोड़ने का प्रयास करें। यह दिल के स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकता है। इसके अलावा, महिलाओं को गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन से भी बचना चाहिए, क्योंकि ये रक्तचाप को बढ़ा सकती हैं और मोटापे का कारण बन सकती हैं।


तनाव का प्रबंधन

युवाओं में नौकरी और करियर को लेकर तनाव एक सामान्य समस्या है। लेकिन अत्यधिक तनाव से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। यह उच्च रक्तचाप और अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है। लंबे समय तक तनाव से कोर्टिसोल का स्तर बढ़ता है, जो हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकता है। इसलिए, तनाव प्रबंधन के तरीकों को अपनाना आवश्यक है, जैसे योग और ध्यान।