युवाओं में दिल की सेहत को प्रभावित करने वाली गलतियाँ
विश्व हृदय दिवस और युवाओं की स्वास्थ्य समस्याएँ
देश और दुनिया में दिल की बीमारियों से पीड़ित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यह समस्या केवल वृद्धावस्था में ही नहीं, बल्कि युवा पीढ़ी में भी देखने को मिल रही है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए, दिल की सेहत को बनाए रखने के लिए सही जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है। जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से, हर साल 29 सितंबर को 'विश्व हृदय दिवस' मनाया जाता है। यह देखा गया है कि युवावस्था में की गई गलतियाँ बाद में स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। आज हम उन गलतियों के बारे में चर्चा करेंगे जो युवाओं के दिल की सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकती हैं।
बैठने की आदत और शारीरिक गतिविधियों की कमी
आपने अक्सर सुना होगा कि जवानी में अधिक बैठना बुढ़ापे में समस्याएँ उत्पन्न कर सकता है। यह स्वास्थ्य के लिए भी सही है। जो लोग लंबे समय तक बैठते हैं, उन्हें दिल की बीमारियों का अधिक खतरा होता है। बैठने से रक्त संचार प्रभावित होता है और धमनियाँ संकुचित हो जाती हैं, जिससे दिल पर दबाव बढ़ता है। 2015 में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि लंबे समय तक बैठने से हृदय रोग का खतरा 14 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। इसलिए, यदि आपकी नौकरी डेस्क पर है, तो बाकी समय में अधिक शारीरिक गतिविधियों में भाग लें।
फल और सब्जियों की कमी
यदि आप फल और सब्जियाँ कम खाते हैं, तो आप कई बीमारियों को आमंत्रित कर रहे हैं। 2014 के एक मेटा-विश्लेषण में यह पाया गया कि दिन में केवल पांच सर्विंग फल और सब्जियाँ खाने से दिल की बीमारी से मरने का खतरा 20 प्रतिशत तक कम हो सकता है। जो लोग अपने आहार में फल और सब्जियाँ नहीं शामिल करते, वे मोटापे और उच्च रक्तचाप जैसी समस्याओं का शिकार हो सकते हैं, जो हृदय रोगों को बढ़ावा देते हैं।
दांतों की देखभाल की अनदेखी
आपकी दंत चिकित्सा का आपके हृदय स्वास्थ्य से गहरा संबंध है। जो लोग दांतों की सफाई में लापरवाह होते हैं, उन्हें पीरियडोंटल बीमारियाँ हो सकती हैं। मसूड़ों की बीमारी से ग्रस्त लोगों में दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है। पेरियोडोंटल बीमारी शरीर में सूजन को बढ़ाती है, जो हृदय रोग का एक प्रमुख कारण बन सकती है। इसलिए, दांतों की देखभाल में लापरवाही न करें।
धूम्रपान और गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन
धूम्रपान हमेशा से दिल की सेहत के लिए हानिकारक रहा है। यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे छोड़ने का प्रयास करें। यह दिल के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ाता है। इसके अलावा, महिलाओं को गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन से भी बचना चाहिए, क्योंकि ये रक्तचाप को बढ़ा सकती हैं और मोटापे का कारण बन सकती हैं।
तनाव का प्रबंधन
युवाओं में नौकरी और करियर को लेकर तनाव एक सामान्य समस्या है। लेकिन अत्यधिक तनाव स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। यह उच्च रक्तचाप और अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है। लंबे समय तक तनाव से कोर्टिसोल का स्तर बढ़ता है, जो हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकता है। इसलिए, तनाव प्रबंधन के तरीकों को अपनाना आवश्यक है, जैसे योग और ध्यान।