राजस्थान में जगुआर ट्रेनर विमान दुर्घटना: दोनों पायलटों की मौत
दुर्घटना का विवरण
चूरू। राजस्थान के चूरू जिले में बुधवार को भारतीय वायुसेना का जगुआर ट्रेनर विमान प्रशिक्षण के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान में सवार दोनों पायलटों की जान चली गई। भारतीय वायुसेना ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है। यह जांच यह पता लगाने का प्रयास करेगी कि विमान कैसे दुर्घटनाग्रस्त हुआ।
वायुसेना का बयान
भारतीय वायुसेना ने X पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा कि वह इस कठिन समय में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है। वायुसेना ने बहादुर पायलटों की शहादत को सलाम किया और उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
धमाके की आवाज और आग की लपटें
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, विमान का मलबा एक खेत में पाया गया है, और मानव अंग भी बुरी तरह क्षत-विक्षत अवस्था में मिले हैं। घटना के तुरंत बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय निवासियों ने बताया कि एक जोरदार धमाका सुनाई दिया, जिसके बाद धुआं और आग की लपटें उठती देखी गईं। ग्रामीणों ने खेतों में लगी आग को बुझाने का प्रयास किया।
पिछले 5 महीनों में तीसरी दुर्घटना
यह ध्यान देने योग्य है कि पिछले 5 महीनों में यह जगुआर विमान का तीसरा हादसा है। इससे पहले 7 मार्च को अंबाला में और 2 अप्रैल को गुजरात के जामनगर में जगुआर ट्रेनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। अंबाला में पायलट सुरक्षित बाहर निकलने में सफल रहा था, लेकिन जामनगर में एक पायलट की जान चली गई थी।
मुख्यमंत्री का शोक
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि चूरू जिले के रतनगढ़ क्षेत्र में भारतीय वायुसेना के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की दुखद सूचना मिली है। प्रशासन घटना के तुरंत बाद से अलर्ट मोड पर है और राहत-बचाव कार्य के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने दिवंगत आत्माओं को शांति और शोकाकुल परिवारों को इस कठिन समय में सहनशक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।