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राजस्थान में बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत की खबर: लॉटरी की संभावना

राजस्थान के बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक नई राहत की खबर आई है। विद्युत निगम ने हाल ही में फ्यूल सरचार्ज में कमी की है, जिससे उपभोक्ताओं को 1454 करोड़ रुपये की वापसी की उम्मीद है। यदि यह राशि वापस मिलती है, तो उपभोक्ताओं की लॉटरी लग सकती है। जानें इस विषय में और क्या जानकारी है और कैसे यह बदलाव उपभोक्ताओं को प्रभावित करेगा।
 

राजस्थान में बिजली उपभोक्ताओं के लिए नई जानकारी


राजस्थान बिजली समाचार: राजस्थान के बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक सकारात्मक समाचार सामने आया है। राज्य में उपभोक्ताओं की जल्द ही लॉटरी लगने की संभावना है। विद्युत उपभोग पर कोयले की दरों के अनुसार, विद्युत निगमों द्वारा प्रति यूनिट विद्युत सरचार्ज वसूल किया जाता है। हाल ही में, बिजली निगम ने उपभोक्ताओं से 57 पैसे प्रति यूनिट वसूला, जबकि पिछले तिमाही में फ्यूल सरचार्ज दर 5 पैसे कम हुई है। इस कारण, उपभोक्ता बिजली कंपनियों से 1454 करोड़ रुपये की मांग कर रहे हैं। यदि पैसे वापस मिलते हैं, तो उपभोक्ताओं की लॉटरी लग सकती है!


फाइनल रिपोर्ट में फ्यूल सरचार्ज की स्थिति

फाइनल रिपोर्ट में पेट्रोल सरचार्ज दर न्यूनतम 5 पैसे प्रति यूनिट थी


14 मई को, विद्युत निगम ने सभी उपभोक्ताओं से त्रैमासिक ईंधन अधिभार (जनवरी 2025 से मार्च 2025 तक) शून्य पैसे प्रति यूनिट की दर से वसूला। इसके अलावा, अंतिम रिपोर्ट में फ्यूल सरचार्ज दर न्यूनतम 5 पैसे प्रति यूनिट बताई गई है। हाल ही में, संस्थान ने आधार ईंधन अधिभार 57 पैसे प्रति यूनिट की दर से वसूला था।


ईंधन अधिभार की समस्या

विशेष ईंधन अधिभार की समस्या


ईंधन अधिभार भी 5 पैसे प्रति यूनिट की दर से अलग से वसूला जा रहा है और 2022-23 के चौथे और 2023-24 के पहले क्वार्टर में निर्धारित सीमा से अधिक ईंधन अधिभार की वसूली के लिए 13 पैसे प्रति यूनिट की दर से वसूला जा रहा है।


बेस फ्यूल सरचार्ज पर प्रभाव

बेस फ्यूल सरचार्ज भी प्रभावित होगा


बिजली उपभोक्ताओं को वित्तीय वर्ष 2025–26 के लिए 28 पैसे प्रति यूनिट बेस फ्यूल सरचार्ज वसूलने का आदेश दिया गया था। प्रति यूनिट यह 28 पैसे है। फाइनल रिपोर्ट के अनुसार, बेस फ्यूल सरचार्ज केवल 26.75 पैसे प्रति यूनिट होना चाहिए।


निगम के आदेश

निगम ने आदेश जारी किया


1. जयपुर डिस्कॉम की एसइ (कॉमर्शियल) दीप्ति माथुर ने फ्यूल सरचार्ज को वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी से 25 मार्च) के लिए आरईआरसी से टैरिफ निर्धारण के नियम के तहत सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं से वसूलने योग्य नहीं पाया।


2: फ्यूल सरचार्ज गणना का विधिवत लेखापरीक्षण और प्रमाणीकरण हुआ। वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही और वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में वसूले गए कम फ्यूल सरचार्ज के विरुद्ध बेस फ्यूल सरचार्ज को समायोजित किया जाएगा।


3. अगले बिल में प्रदेश भर में 1 अप्रैल 2023 या उसके बाद बिजली कनेक्शन जारी किए गए उपभोक्ताओं से वसूला गया अतिरिक्त बेस फ्यूल सरचार्ज समायोजित किया जाएगा। यही कारण है कि राज्यभर के बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने का आदेश दिया गया है।


जल्द ही राहत की उम्मीद

अधिक वसूली राशि के पुनर्भुगतान के लिए जल्द ही राहत मिलेगी


2024-25 के चौथे क्वार्टर में, सभी विद्युत उपभोक्ताओं को ईंधन अधिभार के कारण 57 पैसे प्रति यूनिट की वसूली राशि के बजाय 62 पैसे प्रति यूनिट की दर से तत्काल भुगतान या समायोजन करना चाहिए। सितंबर 2024 से मार्च 2025 तक, आधार ईंधन अधिभार 54 पैसे प्रति यूनिट से वसूला गया, जबकि अगस्त 2024 से अगस्त 2024 तक 57 पैसे प्रति यूनिट से वसूला गया। गत वर्ष 2024-25 में इस मद में हुई अधिक वसूली राशि का पुनर्भुगतान जल्द ही किया जाना चाहिए।