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रोहिणी आचार्य ने परिवार और राजनीति छोड़ने की घोषणा की

रोहिणी आचार्य, लालू प्रसाद यादव की बेटी, ने हाल ही में अपने अपमान और परिवार से अलगाव की कहानी साझा की। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट में बताया कि कैसे उन्हें अपमानित किया गया और मजबूरी में अपने परिवार को छोड़ना पड़ा। रोहिणी ने राजनीति छोड़ने का भी निर्णय लिया है, और उन्होंने सभी बेटियों से अपील की है कि वे अपने आत्मसम्मान की रक्षा करें। उनके आरोपों में उनके भाई तेजस्वी यादव और उनके सहयोगियों पर गंभीर आरोप शामिल हैं। इस कहानी में परिवार, राजनीति और आत्मसम्मान के मुद्दे पर गहराई से विचार किया गया है।
 

रोहिणी आचार्य का दर्दनाक अनुभव

पटना। राजद के प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने रविवार को सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने अपने अपमान का जिक्र किया। उन्होंने लिखा कि एक बेटी, बहन, पत्नी और मां के रूप में उन्हें अपमानित किया गया, गालियां दी गईं और मारने के लिए चप्पल उठाई गई। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया और इस वजह से उन्हें बेइज्जती का सामना करना पड़ा। रोहिणी ने कहा कि उन्हें मजबूरी में अपने परिवार को छोड़ना पड़ा और उन्हें अनाथ बना दिया गया। उन्होंने सभी से अपील की कि वे उनके जैसे हालात में न पड़ें और किसी घर में रोहिणी जैसी बेटी न हो।



रोहिणी ने पहले ही घोषणा की थी कि वह राजनीति और अपने परिवार को छोड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि उनके आत्मसम्मान के लिए यह निर्णय आवश्यक था। उन्होंने एक और पोस्ट में कहा कि उन्हें अपमानित किया गया और कहा गया कि उन्होंने अपने पिता को अपनी किडनी दी। उन्होंने सभी बहनों और बेटियों से आग्रह किया कि वे अपने परिवार की भलाई के लिए अपने जीवन को प्राथमिकता दें।



तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप

रोहिणी ने अपने भाई तेजस्वी यादव पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें तेजस्वी और उनके करीबी सहयोगियों ने परिवार से बाहर कर दिया। रोहिणी ने कहा कि बिहार चुनाव में राजद की हार पर सवाल उठाने के बाद उन्हें अपमानित किया गया।


उन्होंने कहा कि जैसे ही उन्होंने संजय यादव और रमीज का नाम लिया, उन्हें घर से निकाल दिया गया और गालियां दी गईं। रोहिणी ने कहा कि अब उनका कोई परिवार नहीं है और जिम्मेदारी तेजस्वी और उनके सहयोगियों की है।


संजय यादव और रमीज का परिचय

रोहिणी जिन संजय यादव का उल्लेख कर रही हैं, वे तेजस्वी यादव के करीबी सहयोगियों में से एक हैं। संजय यादव 2012 में राजद से जुड़े और 2024 में उन्हें राज्यसभा भेजा गया। रमीज, जो तेजस्वी के पुराने मित्र हैं, उत्तर प्रदेश के एक राजनीतिक परिवार से संबंध रखते हैं। रोहिणी ने आरोप लगाया कि इन्हीं दोनों ने उन्हें राजनीति और परिवार से दूर जाने के लिए कहा।