लिवर स्वास्थ्य: अस्वस्थ खानपान के प्रभाव और सुधार के उपाय
लिवर का महत्व और स्वास्थ्य पर प्रभाव
लिवर, जो हमारे शरीर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है, हमारे स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह न केवल भोजन को पचाने में मदद करता है, बल्कि शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और ऊर्जा को संचित करने का कार्य भी करता है। हाल के समय में, विशेषज्ञों ने इस बात पर ध्यान केंद्रित किया है कि कैसे अस्वस्थ खानपान और आधुनिक जीवनशैली लिवर के स्वास्थ्य को खतरे में डाल रही है।बेंगलुरू के वासावी अस्पताल की आहार विशेषज्ञ डॉ. टी. रामलक्ष्मी के अनुसार, हेपेटाइटिस और फैटी लिवर के मामलों में वृद्धि सीधे तौर पर खराब पोषण और गतिहीन जीवनशैली का परिणाम है। वह कहती हैं, "आज का आहार हमारे पूर्वजों की तुलना में अधिक असंतुलित और निष्क्रिय है, जो लिवर के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है।" यह स्थिति दर्शाती है कि हमने पारंपरिक और पौष्टिक खाने की आदतों को छोड़कर आधुनिक, सुविधा-आधारित भोजन को अपनाया है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
लिवर के लिए हानिकारक खाद्य पदार्थ
डॉ. रामलक्ष्मी ने कुछ विशेष खाद्य आदतों की पहचान की है जो लिवर को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाती हैं। इनमें चीनी, दोबारा गर्म किया गया तेल और तले हुए खाद्य पदार्थ शामिल हैं। ये सभी तत्व मिलकर लिवर पर अत्यधिक दबाव डालते हैं, जिससे इसकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है और विभिन्न लिवर रोगों का खतरा बढ़ता है।
लिवर स्वास्थ्य को बनाए रखने के उपाय
डॉ. रामलक्ष्मी केवल खतरों के बारे में ही नहीं बतातीं, बल्कि लिवर के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी देती हैं। वह कहती हैं कि पोषण केवल बीमारी से बचने का साधन नहीं है, बल्कि यह प्रतिरक्षा, मूड और समग्र कल्याण का आधार है। जब हमारा लिवर स्वस्थ होता है और हम सही पोषण लेते हैं, तो हमारा शरीर बेहतर तरीके से कार्य करता है। यह हमारी ऊर्जा को बढ़ाता है, मूड को स्थिर करता है, और हमें बीमारियों से लड़ने के लिए एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली प्रदान करता है।