विटामिन B12 की कमी से बचने के लिए इन 7 खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें
विटामिन B12 का महत्व
विटामिन B12 एक महत्वपूर्ण माइक्रोन्यूट्रिएंट है, जो शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करने में मदद करता है। यह न केवल लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण और डीएनए संश्लेषण में सहायक है, बल्कि केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
विटामिन B12 की कमी के प्रभाव
यदि शरीर में विटामिन B12 की कमी हो जाती है, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। इस कमी के कारण व्यक्ति को पीला पड़ना, सिरदर्द, नसों की क्षति, पाचन संबंधी समस्याएं और न्यूरोलॉजिकल परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए, यह आवश्यक है कि हम अपने आहार में ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करें जो इस विटामिन का अच्छा स्रोत हों।
1. लिवर और अन्य अंग मांस (ऑर्गन मीट्स)
बीफ लिवर विटामिन B12 का सबसे समृद्ध स्रोत है। इसकी थोड़ी मात्रा भी आपकी दैनिक आवश्यकता को पूरा करने के लिए पर्याप्त होती है। यह आयरन और अन्य B-कॉम्प्लेक्स विटामिन से भी भरपूर होता है।
2. क्लैम्स (शेलफिश)
क्लैम्स, जो छोटी सीपीदार मछलियां होती हैं, पोषण से भरपूर होती हैं। केवल 100 ग्राम क्लैम्स आपके दैनिक B12 की 1000% से अधिक पूर्ति कर सकती हैं। इनमें प्रोटीन और आयरन की भी अच्छी मात्रा होती है।
3. फैटी फिश (सालमन, ट्राउट)
सालमन और ट्राउट जैसी फैटी मछलियां ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होती हैं और इनमें विटामिन B12 की भी प्रचुरता होती है। ट्यूना और सार्डिन भी अच्छे विकल्प हैं।
4. मांसाहारी भोजन (मीट)
चिकन, बीफ और लैम्ब जैसे मांस B12 के अच्छे स्रोत हैं। विशेषकर रेड मीट (जैसे बीफ और लैम्ब) में इसकी मात्रा अधिक होती है। जो लोग रेड मीट नहीं खाते, उनके लिए चिकन एक उपयुक्त विकल्प हो सकता है।
5. अंडे
अंडों के माध्यम से भी विटामिन B12 की पूर्ति की जा सकती है, खासकर उनके पीले भाग (योल्क) में। हालांकि, इसकी मात्रा थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन नियमित सेवन से इसके सकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं।
6. डेयरी उत्पाद (दूध, दही, पनीर)
दूध और उससे बने उत्पाद जैसे दही और पनीर B12 के अच्छे स्रोत हैं, विशेषकर शाकाहारी लोगों के लिए। ये न केवल B12 बल्कि प्रोटीन और कैल्शियम की भी पूर्ति करते हैं।
7. न्यूट्रिशनल यीस्ट (फोर्टिफाइड)
यह एक शाकाहारी विकल्प है जिसे B12 से फोर्टिफाई किया गया होता है। इसका स्वाद हल्का चीज़ जैसा होता है और इसे पॉपकॉर्न, पास्ता या सलाद पर छिड़ककर खाया जा सकता है।
नोट
Disclaimer:- इस लेख में दिए गए सुझाव केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी प्रकार का डाइटरी बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर या प्रमाणित डायटीशियन से परामर्श अवश्य करें।