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विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट: इस्केमिक हार्ट डिजीज से सबसे ज्यादा मौतें

विश्व स्वास्थ्य संगठन की हालिया रिपोर्ट में इस्केमिक हार्ट डिजीज को मौतों का सबसे बड़ा कारण बताया गया है। 2021 में इस बीमारी ने 9.1 मिलियन लोगों की जान ली, जो कोरोना वायरस से अधिक है। रिपोर्ट में अन्य घातक बीमारियों की भी चर्चा की गई है। जानें इस्केमिक हार्ट डिजीज के लक्षण, कारण और उपचार के बारे में।
 

विश्व स्वास्थ्य संगठन की नई रिपोर्ट

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें वैश्विक स्तर पर मौतों के प्रमुख कारणों का खुलासा किया गया है। इस रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में कुल 68 मिलियन मौतों में से 57% का संबंध केवल 10 बीमारियों से है। इनमें सबसे प्रमुख इस्केमिक हार्ट डिजीज है, जो कुल मौतों का 13% कारण बनती है। इस बीमारी के चलते 2000 से अब तक 2.7 मिलियन मौतों में वृद्धि हुई है, और 2021 में इसने 9.1 मिलियन लोगों की जान ली। इसके विपरीत, कोरोना वायरस ने 8 लाख लोगों की जान ली। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि इस्केमिक हार्ट डिजीज हर साल 18 मिलियन मौतों का कारण बनती है, जो इसे कोरोना से अधिक घातक बनाती है।


रिपोर्ट में अन्य घातक बीमारियों की सूची में शामिल हैं: इस्केमिक हार्ट डिजीज, कोरोना वायरस, स्ट्रोक, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज, फेफड़ों का कैंसर, अल्जाइमर, मधुमेह, किडनी रोग, टीबी, और एड्स।


इस्केमिक हार्ट डिजीज क्या है? यह बीमारी रक्त प्रवाह में कमी के कारण हृदय की कार्यक्षमता को प्रभावित करती है, जो आमतौर पर उच्च कोलेस्ट्रॉल के कारण होती है। धमनियों में प्लाक जमने से रक्त संचार बाधित होता है, जिससे सीने में दर्द और दिल का दौरा जैसे लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं। इसके उपचार में दवाएँ, एंजियोप्लास्टी, सर्जरी और जीवनशैली में बदलाव शामिल हैं। दिल को स्वस्थ रखने के लिए सही खान-पान और नियमित व्यायाम आवश्यक हैं।